वॉशिंगटन: अमेरिकी जनसंख्या में महज एक प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाले अल्पसंख्यक सजातीय समुदाय के लिए एक इतिहास रचते हुए पांच भारतीय अमेरिकियों ने कांग्रेस सदस्यों के रूप में शपथ ली है। कमला हैरिस (52) ने कैलिफोर्निया की सीनेटर के रूप में शपथ ली। उन्हें निवर्तमान उपराष्ट्रपति जो बाइडेन ने शपथ दिलाई। कमला की मां भारत से और पिता जमैका से थे। वह ऐसी पहली भारतीय अमेरिकी हैं जो सीनेट में अपनी सेवाएं देंगी। शपथ लेने से पहले कमला कैलिफोर्निया अटॉर्नी जनरल पद पर थीं। उन्होंने सीनेटर बारबरा बॉक्सर की जगह ली है। शपथ लेने के बाद कमला ने कहा, ‘आज मैंने अमेरिकी सीनेट की शपथ ली। मैं आपकी और कैलिफोर्निया के लोगों की सेवा करने के लिए अपने आपको आभारी और सम्मानित महसूस कर रही हूं। आइए काम पर लगें।’ अपने चुनाव के बाद उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनकी शीर्ष प्राथमिकता रिपब्लिकन सदस्यों की कथित विभाजनकारी नीतियों से लड़ने की रहेगी। कुछ ही घंटे बाद चार भारतीय अमेरिकियों ने हाउस चैंबर्स के सदस्यों के रूप में शपथ ली। इनमें कांग्रेस सदस्य एमी बेरा भी थे जिन्हें लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए चुना गया है। उनके अलावा शपथ लेने वाले भारतीय अमेरिकियों में सिलिकॉन वैली का प्रतिनिधित्व करने वाले युवा रो खन्ना (40) भी हैं। कांग्रेस सदस्य राजा कृष्णमूर्ति (42) ने इलिनोइस से चुनाव जीतने के बाद गीता पर हाथ रखकर शपथ ली। तुलसी गब्बार्ड के बाद वह ऐसे दूसरे अमेरिकी सांसद हैं, जिन्होंने गीता पर हाथ रखकर शपथ ली है।
अमेरिकी कांग्रेस के लिए चुनी गईं पहली हिंदू तुलसी गब्बार्ड ने लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली। अपने लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग जगह बना चुकी प्रमिला जयपाल (51) शपथ ग्रहण करने से पहले ही अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में पहली भारतीय अमेरिकी महिला बन चुकी हैं। इस अवसर पर खासतौर पर भारत से पहुंचीं उनकी 78 वर्षीय मां दीर्घा में बैठकर प्रक्रियाओं को देख रही थीं। प्रमिला ने कहा, ‘आज का दिन मेरे बारे में नहीं, हमारे बारे में है। यह वाशिंगटन के सातवें कांग्रेशनल जिले के हजारों लाखों लोगों के आंदोलन के बारे में है, जो यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम सभी के लिए अवसर उपलब्ध कराना जारी रखें।’ प्रमिला ने कहा, ‘मैं संकल्प लेती हूं कि मैं कांग्रेस में, एक अश्वेत महिला, प्रवासी और वाशिंगटन निवासी के तौर पर अपने अनुभव का इस्तेमाल अन्याय के खिलाफ बोलने के लिए, लोगों की दैनिक समस्याओं के रचनात्मक समाधान पर जोर देने के लिए और हरसंभव बीच का रास्ता निकालने के लिए करूंगी।’ यहां से एक मील से भी कम की दूरी पर देशभर के भारतीय अमेरिकी रात के समय इस ऐतिहासिक अवसर का जश्न मनाने के लिए जुटे। जाने-माने निवेशक, उद्यमी और परमार्थ का काम करने वाले एम.आर. रंगास्वामी ने कहा, ‘यह एक ऐतिहासिक क्षण है। आज हम सफलता से लेकर महत्व तक का जश्न मना रहे हैं।’ राजनीतिक कार्यकर्ता नीरा टंडन ने कहा, ‘भारतीय अमेरिकियों का चुनाव लड़ना और कांग्रेस में जीत हासिल करना वाकई ऐतिहासिक है।’