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नई दिल्ली: सीबीआई ने नोएडा के निलंबित पूर्व प्रमुख अभियंता यादव सिंह सहित 11 लोग तथा तीन कंपनियों के गाजियाबाद की एक अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। आरोपियेां में उनकी पत्नी भी शामिल हैं। भ्रष्टाचार का यह मामला 959 करोड़ रुपये के 1280 प्रोजेक्ट से जुड़ा है। सूत्रों ने बताया कि आरोप पत्र में प्रमुख अभियंता यादव सिंह के अलावा उनकी पत्नी कुसुम लता का नाम भी शामिल हैं। भ्रष्टाचार की रकम उनके बैंक खातों में भी ट्रांसफर की गई थी। इनके अलावा पूर्व प्रोजेक्ट अभियंता रमींद्र , सहायक प्रोजेक्ट अभियंता देवीराम आर्य, पूर्व एपीई जयपाल सिंह, पूर्व जेई राजीव कुमार, पूर्व जेई आरडी शर्मा, पूर्व जेई ओमपाल सिंह हैं। मैसर्स तिरुपति कंस्ट्रेक्शन लि. के निदेशक वीके गोयल, मैसर्स एनकेजी इंफ्रास्ट्रेक्चर प्रा.लि. प्रदीप गर्ग तथा जेएसपी कंस्ट्रेक्शन लि.के निदेशक पंकज जैन और तीनों कंपनियों को आरोपी बनाया गया है। बताया गया कि यह मामला भूमिगत केबल से जुड़ा है जो उद्योग मार्ग नंबर-45 तथा एमपी-वन मार्ग पर डाली गई थी। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने चार अगस्त 2015 को यादव सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की जांच शुरू की थी।

गाजियाबाद: नोएडा विकास प्राधिकरण की पूर्व सीईओ नीरा यादव ने सोमवार को विशेष सीबीआई अदालत में आत्मसर्पण किया। अदालत ने सुनवाई के बाद डासना जेल भेज दिया। जेल भेजे जाने के फरमान सुनाए जाने के बाद नीरा यादव दुखी मन से अपने पति के साथ बाहर तक आई। उसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें डासना जेल भेज दिया गया। नोएडा विकास प्राधिकरण की सीईओ रहते हुए नीरा यादव ने अपने पद का गलत तरीके से अपने पद का इस्तेमाल करते हुए अपनी दो बेटियों के नाम पर दो भूखंड आवंटित करा दिए थे। सीबीआई विशेष न्यायधीश एस लाल की अदालत ने नीरा यादव को नोएडा भूखंड आवंटन मामले का दोषी पाया था। इसके लिए उन्हें तीन साल की सजा सुनाई गई थी। नीरा यादव सीबीआई की अदालत के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट चली गई थी। वहां पर यादव ने अपनी सजा को खत्म किए जाने के लिए अर्जी लगाई थी।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मीडिया में दिखने वाले अपने कार्टून में खास तौर पर उकेरी गयी टेढ़ी नाक के इस रूप का राज खोलते हुए बताया कि फुटबॉल खेलते वक्त लगी चोट से उनकी नाक टेढ़ी हो गयी थी और यह उनके लिये शुभ भी रहा। मुख्यमंत्री ने यहां अपने कार्टून चित्रों से सजी किताब ‘टीपू का अफसाना’ का विमोचन करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में एक सवाल पर कहा, ‘‘मेरा सबसे पसंदीदा खेल फुटबॉल है। फुटबॉल की वजह से मेरी नाक टेढ़ी हुई है। नेताजी (मुलायम सिंह यादव) मेरी नाक ठीक कराने के लिये मुझे डॉक्टर कक्कड़ के पास लेकर गये थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कक्कड़ जी राष्ट्रपति के डॉक्टर थे और नेताजी से उनके बहुत अच्छे सम्बन्ध थे। जब कक्कड़ साहब ने मेरी पूरी नाक देखी तो उन्होंने मुझसे एक सवाल पूछा कि क्या तुम्हारी शादी हो गयी है, तो मैंने कहा कि हां हो गयी है।

नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव ने आज (सोमवार) लोकसभा में केंद्रीय विश्व विद्यालयों में पिछडें वर्ग के प्रोफेसरों का कोटा पूरा नही होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने सदन में मंत्री के जबाव का हवाला देते हुए कहा कि मंडल आयोग की सिफारिश के तहत पिछड़ों को 27 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया गया है। लेकिन अभी तक पिछड़े वर्ग के लोगों को कंेद्रीय विश्व विद्यालयों में वह सुविधा नही मिली है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर केंद्रीय विश्व विद्यालयों में पिछड़ों को न्याय नही मिला, तो सड़क पर संघर्ष होगा। सत्तापक्ष के सदस्यों ने जब व्यवधान उत्पन्न किया, तब धर्मेंद्र यादव ने कहा कि मैं अपनी तरफ से कुछ नही कह रहा हूॅं। मंत्री के जबाव के आधार पर बोल रहा हूॅं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्व विद्यालयों में 2371 प्रोफेसरों में सिर्फ एक पिछड़े वर्ग से है। जबकि 4708 एसोसिएट प्रोफेसरों मे सिर्फ 6 पिछडे़ वर्ग से है। उन्होंने कहा कि 9521 सहायक प्रोफेसरों में 1545 पिछडे़ वर्ग के हैं।

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