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गाजियाबाद: नोएडा विकास प्राधिकरण की पूर्व सीईओ नीरा यादव ने सोमवार को विशेष सीबीआई अदालत में आत्मसर्पण किया। अदालत ने सुनवाई के बाद डासना जेल भेज दिया। जेल भेजे जाने के फरमान सुनाए जाने के बाद नीरा यादव दुखी मन से अपने पति के साथ बाहर तक आई। उसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें डासना जेल भेज दिया गया। नोएडा विकास प्राधिकरण की सीईओ रहते हुए नीरा यादव ने अपने पद का गलत तरीके से अपने पद का इस्तेमाल करते हुए अपनी दो बेटियों के नाम पर दो भूखंड आवंटित करा दिए थे। सीबीआई विशेष न्यायधीश एस लाल की अदालत ने नीरा यादव को नोएडा भूखंड आवंटन मामले का दोषी पाया था। इसके लिए उन्हें तीन साल की सजा सुनाई गई थी। नीरा यादव सीबीआई की अदालत के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट चली गई थी। वहां पर यादव ने अपनी सजा को खत्म किए जाने के लिए अर्जी लगाई थी।

अर्जी खारिज होने के बाद सोमवार को पूर्व सीईओ नीरा यादव अपने पति महेन्द्र यादव के साथ सीबीआई अदालत में पहुंची और आत्मसमर्पण किया। उन्हें डासना जेल भेज दिया।

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