ताज़ा खबरें
राष्ट्रपति का सम्मान करती हैं सोनिया जी,बयान तोड़ा-मरोड़ा गया: प्रियंका
महाकुंभ में फंसे लोगों को राहत देने की व्यवस्था करे सरकार:अखि‍लेश
राष्ट्रपति ने दिया विकसित भारत का संदेश, कुंभ हादसे पर जताया दुख

भदोही: उत्तर प्रदेश में भदोही स्थित इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य को बाइक सवार बदमाशों ने गोलियों से भूनकर मार डाला। वारदात सोमवार सुबह 8:45 बजे हुई, जब प्रधानाचार्य 56 वर्षीय योगेंद्र बहादुर सिंह कार से चालक के साथ कॉलेज जा रहे थे। बदमाशों ने ओवरटेक कर कार को रुकवाया। इसके बाद एक बाद एक चार गोलियां प्रधानाचार्य पर दागीं। जान बचाने के लिए तुरंत अस्पताल नहीं ले जाया जा सका, हमलावरों ने गोली मारकर कार पहिया भी पंक्चर कर दिया था। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या का कारण पता नहीं चल सका है। पुलिस की तीन टीमें बदमाशों की तलाश में लगी हैं।

योगेंद्र बहादुर अमिलौरी में रहते थे। सुबह वह कॉलेज के लिए निकले थे। बसावनपुर गांव के राजकीय नलकूप के पास बाइक सवार दो लोगों ने उनकी कार को ओवरटेक कर मोबाइल फोन दिखाकर रुकने का इशारा किया। कार चालक संतोष सिंह ने बताया कि प्रधानाचार्य ने यह समझकर उसे गाड़ी रोकने को कहा कि किसी का मोबाइल फोन छूट गया है और उसे आगे देना है।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार के इस आदेश पर रोक दी है, जिसमे गैर-मान्यता प्राप्त और सरकारी सहायता प्राप्त मदरसों में पढ़ने वाले गैर-मुस्लिम छात्रों को सरकारी स्कूलों में ट्रांसफर करने का निर्देश जारी किया गया था।

उत्तर प्रदेश सरकार के इस आदेश के खिलाफ जमीयत उलमा-ए-हिंद ने याचिका दायर की थी। उत्तर प्रदेश सरकार का यह आदेश राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की रिपोर्ट पर आधारित था। इसमें राइट टू एजुकेशन एक्ट 2009 का पालन नहीं करने वाले मदरसों की मान्यता रद्द करने और सभी मदरसों की जांच करने को कहा गया था।

योगी सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस

इस याचिका की सुनवाई सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने की। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि इस मामले को लेकर नोटिस जारी किया जाए। इसके अलावा एनसीपीसीआर के 7 जून, 25 जून और 27 जून को जारी रिपोर्ट और इसके बाद उठाए गए सभी कदमों पर रोक लगाई जाती है।

लखनऊ: बहराइच हिंसा के आरोपियों के घर बुलडोजर अभी फिलहाल 23 अक्तूबर तक नहीं चल सकेगा। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने इस पर रोक लगा दी है। शुक्रवार को इन घरों पर नोटिस चस्पा कर दिया गया था। इसमें सभी को तीन दिन का समय दिया गया था। एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की खंडपीठ ने एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट की जनहित याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा कि 23 अक्तूबर तक इस पूरे मामले की जांच की जाएगी। उसके बाद यह फैसला लिया जाएगा।

महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में रविवार को पूरा दिन बुलडोजर कार्रवाई के डर में बीता। दिन भर लोग बुलडोजर चलने की आशंका में सहमे रहे हालांकि प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई। शनिवार को लोग जहां खुद दुकान व मकान तोड़ते दिखे थे तो वहीं रविवार को भी यह सिलसिला जारी रहा।

विगत 13 अक्तूबर को दुर्गापूजा के दौरान पत्थरबाजी व रामगोपाल मिश्रा हत्याकांड की घटना के बाद से महराजगंज कस्बे में सन्नाटा अभी भी पसरा है।

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'परिवारवादी राजनीति' को देश के सामने खड़ा 'बहुत बड़ा खतरा' करार देते हुए रविवार को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसे दलों के लिये वाराणसी का विकास न तो पहले प्राथमिकता में था और ना ही भविष्य में कभी होगा।

मोदी ने यह भी कहा कि परिवारवादी लोग कभी युवाओं को मौका देने में विश्वास नहीं करते, इसलिए वह देश के एक लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाएंगे जिनके परिवार का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के सिगरा स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एक कार्यक्रम में राष्ट्र को समर्पित 6700 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने के बाद अपने सम्बोधन में विपक्षी दलों कांग्रेस और सपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ''दशकों बाद बनारस के विकास के लिए इतना काम एक साथ हो रहा है, वरना काशी को तो जैसे उसके हाल पर छोड़ दिया गया था। आप 10 साल पहले की स्थिति याद करिए। बनारस को विकास के लिए तरसाया जाता था।”

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख