लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने अब तक के कार्यकाल में कड़े बयान और कड़े कानून के नाम पर जनता को बहकाने का काम किया है। सरकार न तो कोरोना संकट निपट पा रही है और न ही अपराधियों पर लगाम लग रही है। अपराधियों से लोग दहशत में हैं। मुख्यमंत्री की दिव्य शक्तियां असर नहीं दिखा रही हैं।
अखिलेश ने शुक्रवार को पूछा कि कोई कानून सख्त या लचीला कैसे हो सकता है। कानून तो कानून है। उसे कैसे लागू किया जाता है, यह लागू करने वाले पर निर्भर करता है। केवल सख्त बयान से कोई कानूनी पहल असरदार नहीं हो सकती है। भाजपा सरकार रोज नए-नए कानून की आड़ लेकर अपनी नाकामी पर पर्दा डाल रही है। उन्नाव के केसरी खेड़ा गांव में एनआरआई के बेटे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। फिरोजाबाद में एक युवक को गोली मारी गई तो बदायूं में ग्रामीण की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। बुलंदशहर में पुलिस के नकारापन से एक दुष्कर्म पीड़िता ने आत्महत्या कर ली और दूसरी युवती ने छेड़छाड़ से तंग आकर जहर खाकर जान दे दी।
इन जिलों की घटनाओं का किया जिक्र
उन्होंने कहा, लखनऊ में गुंडा टैक्स न देने पर प्लास्टिक व्यापारी को मजबूरी में फांसी लगानी पड़ गई। देवरिया के गौरी बाजार थाना क्षेत्र में एक बैंक ग्राहक सेवा केंद्र के कर्मचारी को दबंगों ने गोली मारकर 5.40 लाख रुपये लूट लिए। हर रोज होने वाली वारदातों पर शासन-प्रशासन का ध्यान शायद नहीं जाता है।
उन्होंने कहा, भाजपा राज में गरीब किसान, नौजवान की बात नहीं सुनी जाती है। बात सुनी जाती है बड़े-बड़े पूंजीपतियों की। प्रदेश में लोग बीमारी से कम अपराधियों की गोली से ज्यादा मर रहे हैं।