लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि टेस्टिंग की क्षमता रोजाना 20 हजार करने का लक्ष्य जल्द पाया जाए। इसके बाद टेस्टिंग 25 हजार रोजाना के लक्ष्य पर काम किया जाए। एल-1 अस्पतालों में भी 10 प्रतिशत बेड पर आक्सीजन उपलब्ध हो। मुख्यमंत्री ने शनिवार को अनलाक व्यवस्था की समीक्षा बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए सर्विलांस व्यवस्था को आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, युवा मंगलदल आदि के जरिए और मजबूत की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सभी प्रमुख कार्यों कोविड अस्पताल, नान कोविड अस्पताल, लाजिस्टिक्स, कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना आदि की जिम्मेदारी विभाग के अलग-अलग अधिकारियों को सौंपी जाए। इन अधिकारियों से प्रतिदिन प्रगति रिपोर्ट प्राप्त की जाए। स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों, प्राइवेट अस्पतालों के साथ-साथ सभी विभागों तथा प्राइवेट संस्थानों में कोविड-19 से सुरक्षा व बचाव की जानकारी देने वाले होर्डिंग व पोस्टर लगाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से बचाव व उपचार के संबंध में ट्रेनिंग की व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाए। कोविड अस्पतालों के साथ-साथ हर एम्बुलेन्स में आक्सीजन की व्यवस्था हो। अस्पतालों में अग्निशमन उपाए सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के संबंध में निरंतर कार्य किया जाए।
एससीएसटी संबंधी अपराधों पर सावधानी बरतें
उन्होंने कहा कि '1090' विमेन पावर लाइन, '108' एम्बुलेन्स सेवा सहित हेल्पलाइन सुविधाओं के अन्तर्गत कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक उपाए अपनाए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि फ्रण्टलाइन वारियर्स को ग्लव्स और सेनिटाइजर आदि अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि लूट-अपहरण, महिला, एससी-एसटी संबंधी अपराधों, गोकशी के मामलों में विशेष सावधानी बरती जाए।