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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि वह रबर स्टाम्प नहीं हैं बल्कि डायनैमिक तरीके से काम करते हैं। उन्होंने कहा, अगर मैं रबर स्टाम्प हूं तो भगवान करे सारे प्रदेशों में मेरे जैसे ही सीएम हो जाएं। सीएम ने ये बात एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम के दौरान कही। वहीं अखिलेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना गोमती रिवरफ्रंट की जांच के बारे में उन्होंने कहा कि रिवरफ्रंट की जांच किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं बल्क‌ि धन की लूट के खिलाफ है। योगी से जब मुलायम की प्रति नरमी और अखिलेश के प्रति सख्त होने की बात की गई तो उन्होंने कहा क‌ि सीएम प्रदेश का मालिक नहीं होता बल्कि कस्टोडियन होता है। प्रदेश की संपत्त‌ि किसी एक परिवार के नाम पर गिरवीं रखने का अध‌िकार किसी को नहीं। पिछली सरकार में पूरे प्रदेश को ही एक परिवार के नाम पर गिरवी रख दिया गया था।

सीएम ने अखिलेश के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर भी तंज कसा और कहा, एक्सप्रेस वे तो बन गया लेकिन उस पर यात्रियों की सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गई। यही वजह है कि पूर्व सीएम के गांव के पास हही सबसे ज्यादा लूट की घटनाएं हो रही हैं। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम ने कहा कि यह मसला कोर्ट में है। लेकिन अगर कोर्ट के बाहर दोनों पत्र इस मसले को हल कर लें तो बेहतर होता। उन्होंने दोनों पक्षों से अपील भी किया कि आपसी सहमति से मसला का हल निकालकर देश के दुश्मनों को करारा जबाब देना चाहिए। अगर दोनों पक्ष बैठकर मामले को निपटा लें सामप्रादायिक सौहार्द की सबसे बड़ी मिशाल होगी और भारत को महाशक्ति बनने से कोई रोक नहीं सकता है। सीएम के तौर पर अयोध्या जाने के औचित्य से संबंधित सवाल पर योगी ने साफ किया कि अयोध्या जाने के पीछे कोई और वजह नहीं तलाशी जानी चाहिए। चूंकि अयोध्या भारत की संस्कृति की पहचान है, इसलिए वहां गया था। किसी और सीएम के अयोध्या नहीं जाने पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे पर राम की कृपा हुई इसलिए मैं अयोध्या गया और मुख्यमंत्रियों पर नहीं हुई होगी इसलिए वह अयोध्या नहीं जा पाए।

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