सीतापुर: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मंगलवार को सीतापुर में थे। उन्होंने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर प्रदेश सरकार पर जम कर हमला बोला। कहा, सिर्फ तीन माह में ही उत्तर प्रदेश में अपराधियों का राज स्थापित हो गया है। प्रदेश पुलिस के मुखिया का बयान अपराधियों का हौसला बढ़ाने वाला है। व्यापारी ही नहीं, प्रदेश में आम आदमी भी बढ़ते अपराधों से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि मथुरा और सीतापुर के तिहरे हत्याकांड की सीबीआई से जांच होनी चाहिए। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रमुख गल्ला व्यापारी सचिन जायसवाल की बेटियों से मिलने उनके सिविल लाइन्स स्थित घर आए थे। बताते चलें कि बीती छह जून को दुकान बंद करके जा रहे सचिन जायसवाल की लूट के दौरान घर के बाहर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। बीच-बचाव करने आई पत्नी और पुत्र को भी अपराधियों ने गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया था। मां-बाप व भाई की मौत के बाद घर में सिर्फ दो बेटियां बची हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दोपहर लगभग एक बजे बेटियों से मिलने घर पहुंचे। उन्होंने लगभग 45 मिनट तक उनसे बात की। घटना की पूरी जानकारी ली। पुलिस की जांच-पड़ताल के बारे में भी पूछा। जिसमें बेटियों ने पुलिस की जांच पर असंतुष्टि जताई। सहारनपुर की घटना की निंदा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सांसद और विधायक ने पुलिस कप्तान से कार्यालय में घुस कर जिस तरह से अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया था वह निश्चित तौर पर अफसरों का मनोबल गिराने वाला है।
उत्तर प्रदेश में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर पिछले दिनों प्रदेश पुलिस के मुखिया सुलखान सिंह के बयान पर अखिलेश यादव ने कहा कि उनका बयान सरकार का बयान होता है। यदि डीजीपी कह रहे हैं कि अपराध पहले भी होते रहे हैं और होते रहेंगे तो इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है। ये बयान तो अपराधियों का मनोबल बढ़ाने के लिए काफी है। डीजीपी का बयान यह साबित करता है कि सरकार ने अपराधियों से हार मान ली है। अपराधियों पर नियंत्रण सरकार के वश की बात नहीं रह गई है।