लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी द्वारा प्रधानमंत्री के सम्मान में दिए भोज में सपा मुखिया रहे मुलायम सिंह यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच खासी नजदीकियां देखने को मिलीं। दोनों जहां एक ही टेबुल पर बैठे वहीं रह-रहकर दोनों में हो रही गुफ्तगू पर मेहमानों की निगाहें टिकीं रहीं। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में मंगलवार को रात्रि भोज का आयोजन किया। लॉन में हुए डिनर में मेहमानों के लिए राउंड टेबुल लगाई गईं। पीएम नरेन्द्र मोदी रात 8 बजकर 40 मिनट पर पहुंचे और करीब एक घंटा तक रहे। मुख्य टेबुल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके बगल में मुलायम सिंह यादव, राज्यपाल राम नाईक, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दिलीप बाबा साहेब भोसले बैठे। भोज से पहले पीएम ने हर टेबुल पर जाकर लोगों से कुशलक्षेम पूछी और लोगों से मिले। इस भोज में बुलावे के बावजूद दो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व मायावती तो नहीं पहुंचे, लेकिन मुलायम सिंह लगातार भोज के दौरान प्रधानमंत्री से बातें करते दिखे। कुछ वैसे ही जैसे शपथ ग्रहण के दौरान मंच पर दोनों में निकटता दिखी थी।
मुलायम सिंह का यह कदम उन अटकलों के बीच अहम माना जा रहा है जिनमें राष्ट्रपति चुनाव में अखिलेश यादव के अलग रणनीति बनाने की चर्चा हैं। हालांकि सूत्रों का दावा है कि राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर दोनों नेताओं की कोई बातचीत नहीं हुई। भोज में दोनों उपमुख्यमंत्री, राज्य निर्वाचन आयुक्त मंत्रिमंडल के करीब एक दर्जन सदस्य, लखनऊ के विधायक, नौकरशाह, पुलिस अफसर व लखनऊ की जानी-मानी हस्तियों समेत करीब 200 लोग मौजूद रहे। पीएम मोदी ने स्वीट डिश में दशहरी आमों की खीर और सुप्रसिद्ध कुल्फी का भी लुत्फ लिया। भोजन में दाल व सब्जियां तो थी हीं, लेकिन पीएम की पसन्द का भी ख्याल रखकर गुजराती कढ़ी, गुजराती मिक्स वेजिटेबिल सब्जी परोसी गई। चूंकि रात्रि भोज में आने से पहले सुरक्षा कर्मियों ने मेहमानों का मोबाइल जमा करा लिया था। इसलिए मेहमानों के पास पीएम मोदी के साथ सेल्फी लेने का कोई अवसर भी नहीं था। मुख्यमंत्री के भोज में मंत्री डा.रीता बहुगुणा जोशी, आशुतोष टंडन, ब्रजेश पाठक, स्वाती सिंह, धर्म सिंह सैनी, राज्य निर्वाचन आयुक्त एस.के.अग्रवाल, मुख्य सचिव राहुल भटनागर, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, अपर मुख्य सचिव अनीता भटनागर जैन, पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह, एडीजी सूर्य कुमार शुक्ला, अभय कुमार, पूर्व लोकायुक्त एस.सी.वर्मा, पूर्व पुलिस महानिदेशक विक्रम सिंह, के.एल.गुप्ता, श्रीराम अरुण,केजीएमयू के वाइस चांसलर ए.के.भट्ट, एसजीपीजीआई के निदेशक डा.राकेश कपूर, लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डा. दीपक मालवीय, डा. आर.के. सरन, डा. गिरीश गुप्ता, पदमश्री डा.मंसूर हसन, सिख समुदाय से गुरमीत सिंह, राजेन्द्र सिंह बग्गा, सरदार हरपाल सिंह, पूर्व महापौर दाऊ जी गुप्ता व अन्य नौकर शाह व पुलिस के अधिकारी मौजूद थे।