कानपुर: बर्रा में पुलिस पर हमला करने के आरोप में पीड़ित किशोरी के चाचा समेत 15 उपद्रवियों को जेल भेज दिया है। दरोगा पर हमला करने वाला मुख्य आरोपी भी इसमें शामिल है। अभी फरार आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। उधर, अस्पताल प्रशासन की तहरीर पर पुलिस ने पीड़ित परिवार समेत दो सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस अब उपद्रवियों पर रासुका लगाने की तैयारी में है। एसएसपी ने जल्द से जांच रिपोर्ट तैयार कर डीएम को भेजने का निर्देश दिया है। गुरुवार रात बर्रा के न्यू जागृति अस्पताल के आईसीयू में किशोरी के साथ रेप की घटना के बाद शनिवार को आक्रोशित लोगों ने जमकर तांडव मचाया था। जाम और प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने पुलिस पर हमला कर आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को लहूलुहान कर दिया था जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा था। गोविंद नगर सीओ आतिश सिंह ने बताया कि घटना के बाद दबिश देकर 15 लोगों को उठाया गया था। यह सभी उपद्रव में शामिल थे। इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। सीओ के मुताबिक अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस की तीन टीमें दबिश में जुटी हैं। जल्द ही और गिरफ्तारियां कर उनको भी जेल भेजा जाएगा। जेल भेजे गए आरोपियों में पीड़िता का चाचा भी शामिल है।
दूसरी तरफ जागृति अस्पताल के डॉक्टर प्रशांत ने अस्पताल में हुई तोड़फोड़, डॉक्टर व कर्मचारियों के साथ मारपीट के मामले में भी बर्रा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है जिसमें पीड़िता के परिवारीजन समेत दो सौ अज्ञात लोग शामिल हैं। पुलिस पर हुए हमले में तीन दरोगा सहित पांच पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे। उपद्रवियों ने ईंट और लात-घूंसों से दरोगा को पीटा था। वहीं वाहनों व अस्पताल में तोड़फोड़ की थी। जिसको पुलिस अफसरों ने गंभीरता से लिया है। एसएसपी सोनिया सिंह शुरू से ही मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दे चुकी हैं। यही वजह है कि पुलिस ने दरोगा को पीटने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। एसएसपी का कहना है कि बवाल करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इसलिए जल्द से जल्द रासुका लगाने की जांच रिपोर्ट तैयार कर डीएम को भेजी जाएगी। उसके बाद शासन व केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद कार्रवाई होगी। पुलिस ने घटना के करीब तीन दर्जन वीडियो इकट्ठा किए हैं। वहीं तकरीबन तीन सौ फोटो भी जुटाई हैं जिसके जरिए खाकी पर हमला करने वालों की पहचान की जा रही है। तकरीबन डेढ़ दर्जन और लोगों की शिनाख्त कर ली गई है। सीओ ने बताया कि जिनकी पहचान की जा चुकी है उनमें से ज्यादातर लोग फरार हैं। जल्द ही उनको भी पकड़ा जाएगा। जेल जाने वालों में आशीष साहू भी शामिल है। दरोगा लाखन सिंह पर सबसे पहले आशीष ने ही हमला किया था। जिसके बाद आधा दर्जन लोगों ने ईंट पत्थर से उसका सिर फोड़ दिया था। मरणासन्न होने के बाद भी आशीष दरोगा को लातें मारता रहा था। शनिवार को बवाल होने के बाद डीआईजी सोनिया सिंह पीड़ित परिवार से मिली थीं। इस दौरान उन्होंने पीड़िता का दोबारा मेडिकल करवाने की बात कही थी। इस पर पीड़िता समेत पूरे परिवार ने इनकार कर दिया था। रविवार को पुलिसकर्मी उसके घर पर पहुंचे और मेडिकल के लिए कहा लेकिन वह राजी नहीं हुए। अभिषेक, गौरव, मोनू यादव, राकेश गुप्ता, रामजी राजपूत, अवधेश कुमार, जितेंद्र, आशीष साहू, जनार्दन सिंह, अमित, सरस्वती, राजन, अमन, शैलेंद्र व अमित कुमार।