मुगलसराय: यूपी सरकार की कैबिनेट बैठक में मुगलसराय स्टेशन का नाम दीनदयाल उपाध्याय करने का प्रस्ताव पारित होने के दूसरे दिन बुधवार को कांग्रेसी सड़क पर उतर आए। शहर के शास्त्री पार्क के समीप जीटी रोड पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने की भी कोशिश की गई। इस दौरान कांग्रेसियों से पुलिस से झड़प हो गई। पुतला दहन करने में विफल कांग्रेसी शास्त्री पार्क में धरने पर बैठे गए। शहर कांग्रेस अध्यक्ष रामजी गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार हिटलरशाही पर उतर आयी है। डेढ़ सौ साल पुराने मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय रखना चाहती है। जबकि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का सिर्फ पार्थिव शरीर मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर मिला था। उनका मुगलसराय से ताल्लुकता नहीं था। उन्होंने कहा कि मुगलसराय रेलवे स्टेशन देश के अग्रणी स्टेशनों में पहचान रखता है। यहां के लोग खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं। लेकिन जनता की भावनाओं की अवहेलना करते हुए प्रदेश सरकार अपने ही पार्टी के कुछ जनप्रतिनिधि व नेताओं के बहकावे में आकर स्टेशन का नाम बदलने का फैसला ले रही है। उन्होंने कहा कि स्टेशन का नाम बदलने के लिए जनता का सर्वे करा लिया जाए तो सरकार को अपनी गलती का एहसास हो जाएगा। यहां कि जनता कतई नाम बदलने के पक्ष में नहीं है।
विरोध प्रदर्शन करने वालों में हीरालाल शर्मा, शाहिद तौफिक, बृजेश गुप्ता, मधु राय, अकील अहमद, राजकुमारी गुप्ता, विजय गुप्ता, दशरथ चौहान आदि कांग्रेसी शामिल रहे।