इलाहाबाद: हाल की यात्राओं के बाद उपजे विवाद के बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत शुक्रवार को चीफ सेक्रेट्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से कहा था कि इस तरह की यात्राओं के दौरान उनके और स्टाफ के लिए खास इंतजाम नहीं किए जाएं। इस संबंध में शुक्रवार को मुख्यमंत्री ऑफिस से आदेश जारी किए थे। आदेश में कहा गया था, कि 'हम जमीन पर बैठने वाले लोग हैं, सो कोई खास इंतजाम नहीं किए जाएं। मुख्यमंत्री तभी सम्मान के लिए योग्य होंगे जब राज्य के लोग सम्मानित महसूसस करेंगे।' 24 घंटे भी नहीं बीते कि उनके आदेश को अधिकारियों ने ताक पर रख दिया। दरअसल हुआ यूं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को इलाहाबाद के स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे। इलाहाबाद जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री योगी के दौरे की जानकारी मिलते ही शनिवार रात को एक टेंट हाउस से 20 कूलर किराये पर ले कर मरीजों के वार्ड में लगवा दिए। लेकिन जैसे ही रविवार को योगी निरीक्षण खत्म कर अस्पताल से गए, सभी कूलर हटा लिए। कूलर को अस्पताल से हटाने की फोटो स्थानीय कैमरामैन ने अपने कैमरे में दर्ज कर ली। पत्रकारों द्वारा सवाल किए जाने पर पता चला कि कूलर स्थानीय टेंट हाउस से किराये पर लेकर लगाए गए थे।
अस्पताल में भर्ती एक मरीज के परिजन अजय सिंह ने बताया, "सीएम योगी आदित्यनाथ के आने पर हमे कूलर की हवा मिली लेकिन उनके जाते ही कूलर भी हवा हो गए। कूलर शनिवार को मंगाए गए थे। यह सब सीएम को खुश करने के लिए था।" मुख्य चिकित्सा अधिकारी करुणाकर द्विवेदी ने बताया, "अस्पताल में हमारे पास 75 से 80 कूलर हैं जिन्हें वॉर्ड में लगाया गया है। कल एक या दो कूलर काम नहीं कर रहे थे और तकनीकी इंचार्ज ने सीएम योगी आदित्यनाथ के आने के पहले उन्हें बदलवाने के लिए कहा. हमने हां कर दिया। यह खबर सही नहीं है कि हमने 20 कूलर मंगवाए थे। मुझे नहीं मालूम कि मरीज क्या कह रहे हैं लेकिन यह सच्चाई नहीं है।" उधर, इलाहाबाद के डीएम संजय कुमार से यह पूछे जाने पर कि भीषण गर्मी के बावजूद अस्पताल में कूलर क्यों नहीं हैं? और मुख्यमंत्री के आने से पहले कूलर क्यों लगवाए गए? डीएम ने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इस ममले में जांच के आदेश दिए गए हैं।