लखनऊ: मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि सरकार भाजपा और सहयोगी दलों की है, किसी मजहब या जाति विशेष की नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने 5 वर्ष और 10 वर्षों तक शासन किया है, वह हमसे दो महीने में 100 साल का हिसाब मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने कहा कि हम तय कर चुके हैं कि उत्तर प्रदेश में अपराध की जगह नहीं होगी और न ही अपराधियों के संरक्षण की। अगर कोई गरीब, व्यापारी या किसी का भी उत्पीड़न करेगा तो उसे अपने भविष्य के बारे में सोचना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने सर्वांगीण विकास और सुशासन की बात कही है। इस दो महीने में सरकार ने कुछ काम करने का प्रयास किया है। दो महीने का कार्यकाल ज्यादा नहीं है, लेकिन यह दो महीने सपा और बसपा के कार्यकाल पर भारी पड़ते दिखाई देते हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चली चर्चा का जवाब देते हुये कहा कि इसमें नए सदस्यों को भी बोलने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र वही है, जहां सहमति और असहमति के बीच समन्वय स्थापित हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल का जो अभिभाषण होता है, वह सरकार का विजन डॉक्यूमेंट होता है। जो चल रहा है जो होने वाला है। यह अलग बात है कि विपक्ष ने इसमें रुचि नहीं ली।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने कहा कि मैंने जीवन में पहली बार सीटी बजाते सदन में देखा। सीटी दो ही लोग बजाते हैं। एक तो ट्रैफिक पुलिस और दूसरा, जिसके लिए हमने एंटी रोमियो दस्ता गठित किया है। इसका संज्ञान सदन ने भी लिया है।