लखनऊ: कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी आज (बुधवार) राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित मीराबाई गेस्टहाउस के पास संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाये गये। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने यहां बताया कि किसी व्यक्ति ने डायल 100 सेवा पर फोन करके जानकारी दी कि संदिग्ध परिस्थितियों में मृत एक व्यक्ति मीराबाई गेस्ट हाउस के पास सड़क किनारे पड़ा है। उन्होंने बताया कि मृत व्यक्ति के पास से मिले पहचान पत्र से उनकी शिनाख्त वर्ष 2007 बैच के आईएएस अफसर अनुराग तिवारी के रूप में हुई। ऐसा लगता है कि वह सुबह सैर करने के लिये निकले थे। उनका आज ही जन्मदिन भी था। उधर बहराइच में मृत आईएएस तिवारी के पिता बीएन तिवारी ने आरोप लगाया, ‘‘मेरा बेटा बहुत ही ईमानदार था लेकिन भ्रष्ट अधिकारी उसे कतई पसंद नहीं करते थे। और वह उसे किसी भी तरह मरवाना चाहते थे। वह मेरे तीन बेटों में सबसे छोटा था और उसने आईएएस की परीक्षा पहले ही प्रयास में पास कर ली थी। आईएएस में चयन के एक वर्ष बाद ही उसकी शादी हुई थी लेकिन पति पत्नी में संबंध ठीक न होने के कारण वह इसी साल कानूनी रूप से एक दूसरे से अलग हो गये थे।’’ एसएसपी कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के मूल निवासी और बीटेक स्नातक रहे तिवारी मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी में प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिरकत करके लौटे थे और पिछले दो दिन से गेस्ट हाउस में ठहरे थे।
वह बेंगलूरू में आपूर्ति विभाग एवं उपभोक्ता मामलों के विभाग में कमिश्नर के पद पर तैनात थे। शुरआती जांच में तिवारी के जबड़े के पास चोट के निशान पाये गये हैं। इसके अलावा उनके शरीर पर कोई चोट नहीं दिखी है। यह भी माना जा रहा है कि उन्हें किसी वाहन ने टक्कर मारी थी। शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है। लखनउ जोन के पुलिस महानिरीक्षक जे. एन. सिंह ने बताया कि शुरआती जांच में इस बात के संकेत मिले हैं कि तिवारी को दिल का दौरा पड़ा था। उन्होंने बताया कि लखनऊ की विधि विज्ञान प्रयोगशाला के विशेषज्ञ तिवारी के शव का परीक्षण करके उनकी मृत्यु का कारण तलाशेंगे।