गाजियाबाद: भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की स्थिति की तुलना कश्मीर में 1990 के दशक से की है जब कश्मीरी पंडितों को घाटी से पलायन करना पड़ा था। वहीं भाजपा ने अपने नेता का कैराना से हिंदू परिवारों के कथित पलायन को लेकर उनकी विवादास्पद टिप्पणी के लिए बचाव किया। गोरखपुर से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के लोनी और साहिबाबाद में चुनावी सभाओं में कहा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश कश्मीर के रास्ते पर जा रहा है। 1990 में कश्मीरी पंडितों को बड़ी संख्या में पलायन के लिए बाध्य किया गया था। उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश में अपराध, भ्रष्टाचार और गुंडाराज अपने चरम पर है। 1990 में कश्मीर से जैसा पलायन हुआ था, उसी तरह की स्थिति कैराना, शामली और अन्य जिलों में है। कार्रवाई में विफलता यह दिखाती है कि अपराधियों को प्रोत्साहित किया जाता है।' उन्होंने कहा, 'राज्य सरकार कब तक अपने वोट बैंक की राजनीति राज्य की सुरक्षा की कीमत पर जारी रखेगी। योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी से पहले भाजपा विधायक सुरेश राणा की टिप्पणी आई थी जो कि 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी हैं।' उत्तर प्रदेश पुलिस ने कल उनके खिलाफ नफरत उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया था।
राणा के खिलाफ यह मामला एक सभा में यह कहने के बाद दर्ज किया गया कि अगले महीने विधानसभा चुनाव में यदि वह फिर से जीत दर्ज कर लेते हैं तो कैराना, देवबंद और मुरादाबाद में कफ्यूर् लग जाएगा।