देहरादून: कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई ने कहा कि राज्य की राजनीति को कुछ उत्तराखंड विरोधी ताकतों ने कलंकित किया है। साथ ही पार्टी ने इसके लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की लोकतंत्र विरोधी सोच को जिम्मेदार ठहराया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा, ‘‘कुछ उत्तराखंड विरोधी ताकतों ने जिस तरह से उत्तराखंड की राजनीति को कलंकित किया, वह निंदनीय है। एक गहरा जख्म दिया गया है जिसे भरने में काफी समय लगेगा। हम इसके लिए भाजपा की लोकतंत्र विरोधी सोच को जिम्मेदार ठहराते हैं।’’ कांग्रेस नेता ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर उत्तराखंड की राजनीति में जहर भरने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें राज्य की राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। उत्तराखंड के राज्यपाल के. के. पॉल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्रों में उपाध्याय ने कहा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता (विजयवर्गीय) को राज्य की मर्यादा और लोकतंत्र के वास्ते उत्तराखंड की किसी भी राजनीतिक गतिविधि में शामिल होने से हर हाल में रोका जाए। विजयवर्गीय मध्य प्रदेश से ही विधायक हैं। उपाध्याय ने कहा, ‘‘हम राज्यपाल से विजयवर्गीय को राज्य की राजनीति में भाग लेने पर रोक लगाने और मुख्यमंत्री चौहान से उन्हें वापस अपने राज्य में बुलाने की मांग करते हैं।’’
विजयवर्गीय को ‘गंदी चालें चलने का विशेषज्ञ’ करार देते हुए उपाध्याय ने कहा कि उनकी पार्टी को डर है कि भाजपा कुछ कुटिल तरीके से मंगलवार को सदन में होने वाले शक्ति परीक्षण को विफल करने की कोशिश कर सकती है।