बेंगलुरू: बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने रविवार सुबह कर्नाटक के हुबली में एक अस्थायी चर्च में प्रवेश किया और यहां जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए विरोध स्वरूप भजन गाए। इस घटना के वायरल हुए वीडियो में दर्जनों पुरुषों और महिलाओं को हुबली के बेरिदेवारकोप्पा चर्च के अंदर बैठे हुए देखा जा सकता है, ये लोग हाथ जोड़कर भजन गा रहे हैं। बाद में स्थानीय भाजपा विधायक अरविंद बेल्लाड ने हाईवे को जाम करते हुए पादरी सोमू अवराधी की गिरफ्तारी की मांग की। दोनों पक्षों, चर्च के सदस्यों और दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ताओं ने इस घटना में उन पर हमला होने का आरोप लगाया है। पादरी सोमू और उनके कुछ सहयोगियों को मामूली चोटों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पादरी और अन्य को अनुसूचित जाति और जनजाति संरक्षण कानून के तहत शिकायत में धार्मिक भावनाओं को इरादतन और दुर्भावनावश ठेस पहुंचाने के आरोप के तहत नामित किया गया है। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि तीन अन्य लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
चर्च के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने इस मामले में सोमवार को शिकायत दर्ज कराई है। हुबली-धड़वाड़ के पुलिस कमिश्नर एल. राम ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने कहा, 'जांच जारी है। केवल सोमू अवराधी को अरेस्ट किया गया है, अब तक हमें चर्च की ओर से शिकायत नहीं मिली है।'
बजरंग दल के राज्य संयोजक रघु सकलेशपोरा ने कहा, 'विश्वनाथ नाम का शख्स वहां धर्मांतरण के लिए ले जाया गया। वह चर्च से पुलिस स्टेशन पहुंचा और पादरी सोमू व अन्य के खिलाफ शिकायत दजर्त कराई। बाद में हमारे कार्यकर्ता चर्च के अंदर एकत्र हुए और विरोध स्वरूप वहां हिंदू भजन गाए।' बजरंग दल के सीनियर कार्यकर्ता शशि ने कहा, 'हमने इसमें कुछ भी गलत नहीं किया।' पादरी व अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले विश्वनाथ ने सोमू पर चर्च में उन्हें अपशब्द कहने का आरोप लगाया था। विश्वनाथ के अनुसार, चर्च की प्रेयर के स्थान पर हिंदू प्रेयर गाने पर उनके खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया। हालांकि चर्च अथॉरिटी ने धर्मांतरण की किसी भी कोशिश से इंकार किया है।