बेंगलुरु: कर्नाटक के शिवमोगा जिले में पत्थर खदान में विस्फोट में आठ लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने अब्बालगेरे गांव के पास स्थित पत्थर खदान में और विस्फोट की आशंका से इंकार नहीं किया है क्योंकि अब भी डायनामाइट की कुछ छड़ें निष्क्रिय नहीं हुई हैं। पुलिस ने बताया कि बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है और पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। विस्फोट इतना खतरनाक था कि आसपास के इलाकों में इसके झटके महसूस किए गए। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दर्दनाक हादसे पर शोक प्रकट किया।
कहा जा रहा है कि बृहस्पतिवार रात को ट्रक में भरकर ले जाए जा रहे विस्फोटक में धमाका हो गया। इस धमाके की गूंज और झटके आसपास के क्षेत्र में भी महसूस किए गए। माना जा रहा है कि विस्फोटक खनन के उद्देश्य से ले जाए जा रहे थे। पत्थर तोड़ने के एक स्थान पर रात साढ़े दस बजे के लगभग धमाका हुआ, जिससे न केवल शिवमोगा बल्कि पास के चिक्कमगलुरु और दावणगेरे जिलों में भी झटके महसूस किए गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया से कहा कि पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। अब तक हमें दो शव दिखाई पड़े हैं।
कई और शव अंदर हो भी सकते हैं और नहीं भी। बैंगलोर और मैंगलोर से बम निरोधक दस्ता कुछ ही घंटे में पहुंचा जाएगा उसके बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी। खदान के अंदर जाने की अभी अनुमति नहीं है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विस्फोट इतना तेज था कि घरों की खिड़की के शीशे टूट गए और सड़कों पर भी दरार उत्पन्न हो गई। धमाके से ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो और भूगर्भ वैज्ञानिकों से संपर्क किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दु:ख जताया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, "शिवमोगा की घटना सुनकर बेहद दुख हुआ। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। ईश्वर से प्रार्थना है कि घायल जल्द ठीक हो जाएं। राज्य सरकार प्रभावितों की हरसंभव सहायता कर रही है।"
कुछ लोगों ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि शिवमोगा के कई हिस्सों में रात 10 बजकर 20 मिनट पर तीन सेंकेंड के लिए भूकंप जैसे तेज झटके महसूस किये गए, जिसे 40 से 50 किलोमीटर के दायरे में महसूस किया गया। इतना ही नहीं, झटकों के साथ धमाका इतना तेज था कि कई घरों के शीशे टूट गए और सड़कों पर दरारें पड़ गई। बताया जा रहा है कि इस विस्फोट की वजह से शिवमोगा से चिकमंगलुरु तक लोग दहशत में हैं और घरों से निकलकर सड़कों पर पहुंच गए हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया से कहा, “भूकंप नहीं आया था। लेकिन शिवमोगा के बाहरी इलाके में ग्रामीण पुलिस थानांतर्गत हंसुर में विस्फोट हुआ था।” एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, “जिलेटिन ले जा रहे एक ट्रक में धमाका हुआ। ट्रक में मौजूद छह मजदूरों की मौत हो गई। स्थानीय तौर पर कंपन महसूस किया गया।” उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।