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गांधीनगर: गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के पांच विधायकों की प्राथमिक सदस्यता पार्टी ने खत्म कर दी है। इससे पहले गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने सोमवार (16 मार्च) को सदन को सूचित किया कि कांग्रेस के पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है और उन्होंने उनके इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं। अध्यक्ष ने बताया कि ये पांच विधायक गढ़ड़ा के प्रवीण मारू, अबदसा के प्रद्युम्नसिंह जडेजा, लिंबडी के सोमा कोली पटेल, धारी से जे.वी काकड़िया और डांग से मंगल गवित हैं।

पांच विधायकों के इस्तीफे से 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 73 से कम होकर 68 हो गई है। कांग्रेस ने राज्यसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा खरीद-फरोख्त की आशंका के चलते अपने 14 विधायकों को शनिवार (14 मार्च) को जयपुर भेज दिया था। एक दिन बाद 15 मार्च को कांग्रेस ने 10 और विधायकों जयपुर भेजा। भाजपा ने चुनाव के लिए अभय भारद्वाज, रमीला बारा और नरहरि अमीन को मैदान में उतारा है।

विधानसभा में विधायकों की संख्या को देखते हुए सत्ताधारी भाजपा राज्यसभा की दो सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है, तीसरी सीट पर जीत दर्ज करने के लिए उसे क्रॉस वोटिंग कराना होगा या कांग्रेस विधायकों का दलबदल कराना होगा। वहीं, कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेताओं शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों पर 26 मार्च चुनाव होना है।

कांग्रेस और भाजपा ने इस्तीफों पर क्या कहा

कांग्रेस ने कहा कि एक भी ''ईमानदार विधायक" ने इस्तीफा नहीं दिया है, वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघानी ने कहा कि यदि चार विधायकों ने वास्तव में इस्तीफा दिया है तो भाजपा राज्यसभा चुनाव में तीन सीटों पर जीत दर्ज करेगी। राज्य सरकार में भाजपा के मंत्री कुंवरजी बावलिया ने दावा किया कि कांग्रेस के कई विधायक जो अपनी पार्टी से खुश नहीं हैं वे भाजपा के सम्पर्क में हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कई विधायक आगामी दिनों में भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

उन्होंने कहा, ''राज्यसभा चुनाव की घोषणा के बाद, कांग्रेस के कई विधायक जो हमारे साथ सम्पर्क में थे, उन्होंने कहा कि वे (अपनी पार्टी से) खुश नहीं हैं। यहां तक कि वे विधायक भी भाजपा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं जिनसे कांग्रेस आलाकमान (उन्हें गुजरात से बाहर भेजने के लिए) सम्पर्क नहीं कर सका।" कांग्रेस नेता परेश धनानी ने एक ट्वीट में कहा कि कांग्रेस के एक भी ''ईमानदार" विधायक ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है।

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