नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को को दावा किया कि उनकी सरकार में पिछले साढ़े चार साल में देश में विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के करोड़ों अवसर पैदा हुए हैं। स्वतंत्र परामर्श दाता संगठन सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) ने हाल ही में अनुमान व्यक्त किया था कि देश में 2018 में 1.10 करोड़ लोगों को नौकरियां गंवानी पड़ी। ऐसे में मोदी का यह दावा महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने अहमदाबाद में एक खरीदारी महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘चाहे पर्यटन हो या विनिर्माण या सेवा क्षेत्र, पिछले साढ़े चार साल के दौरान रोजगार के करोड़ों अवसर सृजित हुए हैं।''
वर्ष 2017 में तत्कालीन केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा था कि देश की आर्थिक वृद्धि से रोजगार सृजन में फायदा नहीं हो पा रहा है। मोदी ने कहा कि सरकार सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) की हरसंभव तरीके से मदद कर रही है। उन्होंने इस क्षेत्र के लिये उठाए गए विविध कदमों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ब्याज में छूट की योजना को बढ़ाकर पांच प्रतिशत करने तथा इसमें मर्चेंट निर्यातकों को भी शामिल करने से निर्यातकों को 600 करोड़ रुपये तक का फायदा होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने छोटे उद्यमियों के लिये सरकारी ई-मार्केटप्लेस तैयार किया है। उन्होंने कहा कि अब तक इसके जरिये 16,500 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि देश एक ऐसी व्यवस्था की तरफ बढ़ रहा है जहां जीएसटी रिटर्न के आधार पर बैंक कर्ज देंगे। उन्होंने कहा कि अप्रत्यक्ष कर सुधार को सुचारू बनाने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने इस मौके पर इसरो के संस्थापक विक्रम साराभाई की एक मूर्ति का भी अनावरण भी किया. उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक लोगों के मस्तिष्क में विज्ञान के प्रति रुचि विकसित करना ही इस महान वैज्ञानिक को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।