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गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उनकी सरकार कट्टरपंथियों और विपक्ष के विरोध के बावजूद मुस्लिम समुदाय की तीन तलाक की कुप्रथा के विरूद्ध कानून बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मोदी ने आज यहां अडालज के त्रिमंदिर में भाजपा की महिला मोर्चा के दो दिवसीय अधिवेशन के अंतिम दिन अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा और भेदभाव से मुक्ति के लिए काम कर रही है। तमाम विरोधों, कट्टरपंथियों और विपक्ष के विरोध के बावजूद तीन तलाक कानून बनाने को लेकर उनकी सरकार प्रतिबद्ध है ताकि मुस्लिम बहनों को इस बहुत बड़े जीवन संकट से मुक्ति मिल सके।

उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं उनकी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को बिना पुरूषों पर निर्भरता के बिना बेरोक हज पर जाने के लिए भी रास्ता साफ किया है। पुरूष के साथ ही महिला के हज पर जाने की शर्त को खत्म कर दिया गया हैं बीते साढ़े चार साल में आधी आबादी यानी महिलाओं के लिए पूरी संवेदनशीलात के साथ इतना काम किया गया है कि एक कार्यक्रम में गिना पाना संभव नहीं है।

उनकी सरकार ने बलात्कार संबंधी कानून में सुधार कर इसके लिए फांसी का प्रावधान करने के अलावा सजा बढ़ा कर 20 साल तक करने और दो माह में इसकी जांच पूरी करने जैसे कदम उठाये हैं। बीते चार साल में महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर गंभीर प्रयास किये गये हैं। सरकार के प्रयासों से देश ऐसी दिशा में बढ़ रहा है जब सारे प्रसव अस्पतालों में ही होंगे।

मोदी ने महिला माेर्चा की कार्यकर्ताओं से बूथ को मजबूत करने लिए मेरा बूथ सबसे मजबूत का मंत्र दिया और उनसे युवतियों का भी विश्वास जीतने आहवान किया। उन्होंने कहा कि खेल और शिक्षा समेत अनेक क्षेत्रों में जबरदस्त प्रदर्शन कर रही नयी पीढ़ी की युवतियों से जुड़ाव होने से पार्टी को भी काफी मजबूती मिलेगी।

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