चेन्नई: द्रविड़ मुनेत्र कडग़म(द्रमुक) के अध्यक्ष और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की अंतिम यात्रा यहां बुधवार कोराजाजी हॉल से फूलों से सजे मिलिट्री वाहन में शुरू हुई। यहीं पर सुबह से उनके पार्थिव शरीर को रखा गया था। 94 वर्षीय दिग्गज राजनीतिज्ञ का पार्थिव शरीर तिरंगे से लिपटा हुआ था जिन्हें अपराह्न् चार बजे से पहले सैन्य कर्मियों ने एक सैन्य वाहन पर रखा। गत पांच दशकों से द्रमुक की अगुवाई करने वाले करुणानिधि अपने पांच कार्यकाल के दौरान 19 वर्षो तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे।
करुणानिधि को अंतिम विदाई
द्रमुक ने पहले कहा था कि करुणानिधि के पार्थिव शरीर को ले जा रहा वाहन तीन किलोमीटर से कम दूरी तय कर मरीना बीच के अन्ना स्क्वायर पहुंचेगा। द्रमुक नेता और करुणानिधि के बेटे एम.के. स्टालिन और पार्टी के नेता सैन्य वाहन के आगे-आगे चल रहे थे। इस अवसर पर हजारों लोग उपस्थित थे। स्टालिन ने महान नेता की अंतिम यात्रा के दौरान लोगों से शांत रहने की अपील की। मरीना बीच पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ करुणानिधि का अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्हें 21 तोपों की सलामी भी दी जाएगी।
तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और कई केंद्रीय मंत्रियों ने मरीना बीच पर करुणानिधि को श्रद्धांजलि दी। करुणानिधि के अंतिम संस्कार समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद रहे। नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारुख अब्दुल्लाह एनसीपी नेता शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल ने चेन्नई के राजाजी हॉल में जाकर करुणानिधि को श्रद्धांजलि दी। चेन्नई के सभी स्कूल-कॉलेज, दुकानें, पेट्रोल पंप आदि बुधवार को बंद रखे गए हैं। सिनेमा हॉल्स ने बुधवार के सारे शो रद्द कर दिए हैं। चेन्नई में ज्यादातर बसें, ऑटोरिक्शा आदि का परिचालन बुधवार को बंद रखा गया है। हालांकि कि रेल सेवाओं का परिचालन सामान्य रहा। उधर, बुधवार को मद्रास हाईकोर्ट ने करुणानिधि को मरीना बीच में दफनाने को लेकर डीएमके की याचिका पर सुनवाई की। राज्य सरकार के विरोध के चलते मद्रास हाईकोर्ट ने सत्ताधारी एआईएडीएमके से कहा कि वह काउंटर याचिका दायर करें। उसके बाद कोर्ट ने डीएमके से कहा कि वे करुणानिधि को मरीना बीच पर दफना सकते हैं।