कीरतपुर: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत की कार को शुक्रवार को पंजाब के कीरतपुर में प्रदर्शनकारी किसानों ने रोक लिया। कंगना पर किसान आंदोलन को लेकर लगातार विवादित बयानबाजी का आरोप है। कंगना अपने सिक्युरिटी स्टाफ के साथ कार में थीं, इसी दौरान प्रदर्शनकारियों ने उनकी कार को रोक दिया। इन प्रदर्शनकारियों के हाथों में झंडे थे और ये नारेबाजी कर रहे थे। इन्होंने किसानों और कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करने वालों के खिलाफ बयानबाजी के लिए कंगना से माफी की मांग की। बाद में, मौके को भांपकर कंगना ने किसानों से माफी मांगी। इसके बाद किसानों ने उन्हें जाने दिया। इंस्टाग्राम पर एक वीडियाो पोस्ट करते हुए कंगना ने दावा किया, 'मुझे यहां भीड़ ने घेर लिया है। ये मेरे खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे और मुझे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।'
कंगना किसानों खासकर सिख समुदाय के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित कमेंट को लेकर आलोचना का सामना कर चुकी हैं। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने तो इंस्टाग्राम पर सिख समुदाय के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर कंगना के खिलाफ पुलिस में शिकायत तक दर्ज करायी है।
गुरुद्वारा प्रबंधक समिति का कहना है कि सोशल मीडिया पर हाल में किए गए अपने पोस्ट में कंगन ने ‘‘जानबूझकर'' किसानों के प्रदर्शन को ‘खालिस्तानी आंदोलन' बताया। बयान में कहा गया है कि अभिनेत्री ने सिख समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक' भाषा का उपयोग किया।
देश के आजादी को लेकर अपने बयान के कारण विवादों में आईं कंगना पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लग चुका है। कंगना ने दावा किया था कि सुभाषचंद्र बोस और भगत सिंह को महात्मा गांधी से समर्थन नहीं मिला। यहीं नहीं, कंगना ने बापू के 'अहिंसा के मंत्र' का भी मजाक बनाते हुए कहा था कि एक और गाल आगे करने से आपको 'भीख' मिलती है आजादी नहीं।