चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को भाजपा नेताओं पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने भाजपा पर राज्यपाल की प्रतिष्ठा को गिराते हुए लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने का घटिया प्रयास करने का आरोप लगाया। अमरिंदर सिंह ने आऱोप लगाया कि भाजपा लोकतांत्रिक संस्थानों को कुचल रही है। उन्होंने भाजपा के नेताओं को भारतीय संविधान की एबीसी सीखने का आमंत्रण भी दिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमरिंदर सिंह ने कहा, "क्या भाजपा नेता यह नहीं जानते कि मेरे राज्य की कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी मुझ पर है... न केवल मुख्यमंत्री बल्कि राज्य के गृह मंत्री के तौर पर भी। ये कार्यप्रणाली उस पार्टी के योग्य नहीं है, जो केंद्र में सत्तारूढ़ होने के नेता इन संस्थाओं की संरक्षक भी है। पंजाब के सीएम ने दावा किया कि "सत्ता की भूखी भाजपा" गवर्नर के कार्यालय का अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है। यह बंगाल में हो रहा है, महाराष्ट्र में हो रहा है औऱ यही पंजाब में करने की कोशिश है। उन्होंने पंजाब की भाजपा इकाई की ओर से किए गए ट्वीट पर जवाब दिया, जिसमें कहा गया है कि पंजाब दूसरा बंगाल बनता जा रहा है।
इसमें परोक्ष तौर पर भाजपा और गवर्नर जगदीप धनखड़ द्वारा कथित तौर पर कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर ममता बनर्जी पर निशाना साधने का उल्लेख है।
बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में चुनाव होना है। अमरिंदर ने एक दिन पहले ही गवर्नर वीपी बडनोर की आलोचना की थी, जिन्होंने जियो मोबाइल टावरों में हुई तोड़फोड़ को लेकर पंजाब के शीर्ष अधिकारियों को तलब किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपने "कुत्सित एजेंडे" के लिए गवर्नर के ऑफिस का इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने आऱोप लगाया कि भाजपा कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर दुष्प्रचार कर कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलित किसानों के मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। पिछले माह पंजाब में रिलायंस जियो के सैकड़ों टावर को कथित तौर पर नाराज किसानों ने नुकसान पहुंचाया। अमरिंदर ने कहा कि कुछ छिटपुट घटनाओं को उभारकर भाजपा किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को कमतर करने का प्रयास कर रही है।