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चंडीगढ: शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने किसानों के दिल्ली कूच पर ट्वीट किया। उन्होंने हरियाणा में किसानों पर वाटर कैनन के इस्तेमाल और उन्हें रोकने के प्रशासनिक प्रयासों को पंजाब का 26/11 बताया। उन्होंने कहा कि हम लोकतांत्रिक विरोध का अंत होते देख रहे हैं। किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए अकाली दल ने हरियाणा और केंद्र सरकार की निंदा की। सुखबीर ने कहा कि पंजाब के किसानों के अधिकारों की लड़ाई को वाटर कैनन के इस्तेमाल से नहीं रोका जा सकता।

कैप्टन अमरिंदर सिंह पर लगाया आरोप

सुखबीर सिंह बादल ने किसानों के आंदोलन पर कहा है कि किसान अपनी लड़ाई किसी राजनीतिक झंडे के अधीन नहीं लड़ना चाहते। सभी पार्टियों से जुड़े किसान कृषि कानूनों के मुद्दे पर एक साथ हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले में बहुत ही ढुलमुल रवैया अपनाया है, क्योंकि उन्होंने बिल्कुल भी प्रदर्शन नहीं किया।

सुखबीर सिंह बादल ने कहा मुख्यमंत्री को केंद्र पर दबाव बनाना चाहिए था। दिल्ली जाकर बैठकें करनी चाहिए थीं। उन्होंने कहा कि मैं हरियाणा के किसानों से भी अपील करता हूं कि वो पंजाब के किसानों के साथ आएं और उनका समर्थन करें।

बता दें कि कृषि कानूनों के मुद्दे पर सुखबीर सिंह बादल की पत्नी और बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अकाली दल ने एनडीए से भी अपना नाता तोड़ लिया था। वहीं सुखबीर बादल, हरसिमरत कौर बादल और प्रेम सिंह चंदूमाजरा के नेतृत्व में अकाली दल ने चंडीगढ़ तक विशाल रोष मार्च भी निकाला था।

 

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