नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): केंद्र सरकार द्वारा संसद के दोनों सदनों से पारित तीन कृषि विधेयकों पर राष्ट्रपति ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। यानी अब ये कानून बन गए हैं। इस कानून को लेकर देशभर में प्रदर्शन जारी है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर विधायक और मंत्रियों के साथ भगत सिंह की जन्मस्थली पर धरने पर बैठ गए हैं। वहीं राहुल गांधी के पंजाब आकर कानून का विरोध कर रहे किसानों का नेतृत्व करने की उम्मीद है।
कृषि कानून के विरोध में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टम अमरिंदर सिंह शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर उनके जन्मस्थान में धरना दे रहे हैं। उनके साथ मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता भगत सिंह के गांव खटकर कलां में धरने पर बैठ गए हैं। इसके अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब के प्रभारी हरीश रावत भी धरने में शामिल हो गए हैं। धरना शुरू करने से पहले मुख्यमंत्री ने भगत सिंह की प्रतिमा को श्रद्धांजलि दी।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, 'हम उच्चतम न्यायालय जाएंगे। कृषि एक राज्य का विषय है लेकिन कृषि कानून हमें बिना पूछे पारित कर दिया गया है। यह पूरी तरह असंवैधानिक है।'
सरकार ने जो किया वह देश विरोधी है: अमरिंदर सिंह
कृषि विधेयक को लेकर धरने पर बैठे पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा, 'आईएसआई ऐसे लोगों की तलाश करता है जिन्हें वे आसानी से बंदूक और हथगोले दे सकते हैं। पिछले तीन सालों में, हमने 150 से अधिक आतंकवादियों को पकड़ा है। पंजाब में सब कुछ शांतिपूर्ण था। लेकिन जब आपकी रोटी और मक्खन छीन लिया जाता है, तो क्या आप उग्र नहीं होंगे? ऐसे लोग आईएसआई का निशाना बनते हैं। सरकार ने जो किया वह देश विरोधी है।'
पंजाब जा सकते हैं राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के इस सप्ताह पंजाब में किसानों द्वारा किए जा रहे कृषि कानूनों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने की संभावना है। एक कांग्रेस नेता ने बताया कि राहुल एक रैली को भी संबोधित कर सकते हैं। हालांकि, इसकी तिथि और स्थल को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के बाद वह हरियाणा में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ शामिल हो सकते हैं। लेकिन हमें यकीन नहीं है कि हरियाणा में भाजपा सरकार उन्हें राज्य में प्रवेश करने देगी।