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नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए शुक्रवार को हुए चुनाव में भाजपा ने अपनी दो सीटें बरकरार रखी हैं, जबकि एक सीट कांग्रेस ने जीती है। राज्यसभा के लिए भाजपा के निर्वाचित उम्मीदवारों में पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रोफेसर सुमेर सिंह सोलंकी शामिल हैं, जबकि कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सबसे अधिक वोटों से चुने गए हैं। दिग्विजय लगातार दूसरी बार मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। इस चुनाव में इन तीनों के अलावा कांग्रेस के उम्मीदवार वरिष्ठ दलित नेता फूल सिंह बरैया भी मैदान में थे, लेकिन वह हार गए। मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।

उन्होंने कहा कि इस चुनाव के लिए विधानसभा परिसर में शुक्रवार को मतदान हुआ था। इस चुनाव में कुल 206 मत पड़े। इनमें से दिग्विजय को 57 मत मिले, जबकि सिंधिया को 56, सोलंकी को 55 और बरैया को मात्र 36 मत प्राप्त हुए। गौरतलब है कि कांग्रेस के पास वर्तमान में 92 विधायक हैं। इनमें से 54 विधायकों को पार्टी के पहली वरीयता वाले उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को मतदान करने को कहा गया था।

मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं और फिलहाल 24 सीटें रिक्त होने की वजह से विधानसभा की प्रभावी संख्या 206 है। इसमें भाजपा के 107, कांग्रेस के 92, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं। इस स्थिति में राज्यसभा में निर्वाचन के लिए किसी भी उम्मीदवार को 52 मतों की जरूरत थी।

अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित कांग्रेस के एक विधायक ने भी सबसे अंत में पीपीई किट पहनकर मतदान किया। सावधानी के तौर पर वह पीपीई किट पहनकर मतदान के लिये पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि विधानसभा परिसर में शुक्रवार को सुबह नौ बजे से मतदान प्रारंभ हुआ और शाम पांच बजे से मतों की गणना हुई। अधिकारी ने बताया कि मतदान के लिए सभी विधायक कोरोना वायरस महामारी से सावधानी के लिए मास्क पहने हुए थे और शारीरिक दूरी बनाकर कतार में खड़े दिखाई दिए।

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