नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी कोरोना से निपटने के लिए केन्द्र सरकार के इंतजामों की तारीफ कर चुके हैं और इस संबंध में पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिख चुके हैं। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कोरोनावायरस से निपटने के लिए देश और प्रदेश में किए गए सुरक्षा व स्वास्थ्य इंतजामों पर सवाल उठाए हैं। दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा है कि पूरे देश में डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ को कोरोनावायरस से बचाव के लिए पीपीई मॉस्क और दस्तानों की जो व्यवस्था करनी चाहिए, वह नहीं हुआ। टेस्टिंग किट भी नहीं है। भोपाल में केवल एम्स में टेस्टिंग किट है, वह भी एक दिन में केवल 30 से 40 टेस्ट ही कर सकती है।
उन्होंने एक ट्वीट में कोरिया और सिंगापुर में वायरस पर पाए गए नियंत्रण का जिक्र करते हुए कहा कि कोरिया और सिंगापुर ने सबसे प्रभावी ढंग से कोरोनावायरस को नियंत्रित किया है। वह कैसे, प्रभावशाली ढंग से समय पर लॉकडाउन, जिस क्षेत्र में मरीज पाया गया, उस क्षेत्र को पूरे प्रभावी ढंग से अलग कर दिया और भारी मात्रा में टेस्टिंग किट शहरों में रखे गए और प्रयोगशालों की व्यवस्था की।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा फरवरी में कोरोना के खतरों से आगाह करने के बावजूद सरकार द्वारा ध्यान न दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि जब चीन, कोरिया, सिंगापुर ये सब कर रहे थे, राहुल गांधी फरवरी महीने से इस खतरे से मोदी जी को आगाह कर रहे थे, लेकिन भाजपा अपने राजनीतिक एजेंडे में व्यस्त थी। कम से कम अब संपूर्ण मेडिकल स्टाफ को बचाव के संसाधन व अधिक से अधिक मात्रा में टेस्टिंग किट उपलब्ध कराने चाहिए।
मध्य प्रदेश में इस दिशा में आवश्यक प्रयास किए जाने का आग्रह करते हुए सिंह ने कहा, “मैंने मप्र सरकार से अनुरोध किया है कि वह तत्काल अधिक से अधिक और जल्दी से जल्दी टेस्ट करने की मशीन खरीदने के आदेश देने का कष्ट करे।”