भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद एक पत्रकार भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। पत्रकार की 26 वर्षीय बेटी लंदन से लौटी थी। इसके साथ ही राज्य में कुल पॉजीटिव मामलों की संख्या बढ़कर छह हो गई है।
कमलनाथ के एकांतवास में जाने की खबर
इस बीच ऐसी खबर है कि पूर्व सीएम कमलनाथ एकांतवास में चले गए हैं। उनके राजनीतिक सलाहकार आरके मिगलानी में कोरोना के लक्षण की आशंका है। हालांकि कांग्रेस ने इसका खंडन किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा की थी। उस समय पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस के कई विधायक और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा 200 पत्रकार मौजूद थे।
भोपाल के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सुधीर देहरिया के मुताबिक कोरोना संक्रमित पत्रकार की 26 वर्षीय बेटी 18 मार्च को ही लंदन से भोपाल आई है और उसके नमूनों की जांच में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। दोनों का भोपाल एम्स में इलाज चल रहा है। लंदन से लौटने के बाद यह युवती दो दिन तक अपने परिवार के साथ रही।
हालांकि युवती के परिवार में उसकी मां, भाई और घर में काम करने वाले अन्य लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। यह भी बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम कमलनाथ के राजनीतिक सलाहकार आर के मिगलानी भी उक्त पत्रकार से मिले थे। इसके बाद 21 मार्च को उनकी तबीयत थोड़ी खराब हुई थी और 23 मार्च को उन्हें भोपाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि कांग्रेस के मध्यप्रदेश इकाई के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि आरके मिगलानी पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनके बारे में फैलाई जा रही सूचना असत्य हैं।
संपर्क में आने वाले पत्रकारों को आइसोलेशन के निर्देश
देहरिया ने बताया कि जो भी लोग संक्रमित पत्रकार के संपर्क में थे उनको सलाह दी जाती है कि वह 14 दिनों के लिए घर में स्वयं को अलग कर लें। 6-7 दिन में अगर खांसी, ठंड और बुखार जैसे लक्षण दिखाई दें तो कोरोना नियंत्रण कक्ष में संपर्क करें।
राज्य में सामने आए पांच नए मामले
इंदौर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती दो महिलाओं समेत पांच मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण की बुधवार को पुष्टि हुई। इनमें से किसी भी मरीज ने पिछले दिनों विदेश यात्रा नहीं की थी। यानी वे देश के भीतर ही इस घातक बीमारी की जद में आए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए चार अन्य मरीज इंदौर के ही अलग-अलग इलाकों में रहते हैं। इनमें 50 वर्षीय महिला, 48 वर्षीय पुरुष, 68 वर्षीय पुरुष और 65 वर्षीय पुरुष शामिल हैं। पांच में से तीन मरीज बॉम्बे अस्पताल में, एक अरिहंत में, एक एमवायएच में भर्ती हैं। वहीं तीन मरीज एक ही परिवार के हैं। ये सभी ऋषिकेश घूमने गए थे।
कर्फ्यू के दायरे से मुक्त है मीडिया
कलेक्टर और जिला दंडाधिकारी लोकेश जाटव ने इंदौर नगर निगम की सीमा में कर्फ्यू की घोषणा कर दी है। कलेक्टर ने कर्फ्यू का जो आदेश जारी किया है उसमें स्पष्ट है कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया को किसी तरह के कर्फ्यू पास की आवश्यकता नहीं है। मीडिया को कर्फ्यू के दायरे से मुक्त रखा गया है।