रीवा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव और जम्मू-कश्मीर में स्थानीय निकाय चुनाव में नक्सलियों और आतंकवादियों की तमाम धमकियों के बावजूद लोकतंत्र में श्रद्धा रखने वाले लोगों ने अच्छा मतदान करके लोकतंत्र का परचम फहरा दिया है।
मध्यप्रदेश में 28 नवम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के पक्ष में एक चुनावी आमसभा को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा, ''छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने कहा था, वोट करने जाओगे तो उंगली काट देंगे। उसके बाद भी वहां 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। लोकतंत्र का झंडा बस्तर के अंदर हमारे देश के नागरिकों ने उठाया। आज भी वहां भारी मतदान हुआ है। पहले की सरकारों को श्रीनगर में चुनाव कराने में हिंसा का भय रहता था। अब वहां नगर पालिका चुनाव एक भी हिंसा के बिना पूरा हुआ। पंचायत चुनाव चल रहे हैं। कश्मीर घाटी में तीन दिन पहले मतदान हुआ और 65 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने बंद का आह्वान किया था। बंद, बंदूक, गोली की धमकी दी थी। उसके बावजूद भी लोकतंत्र में श्रद्धा रखने वालों ने वोट करके लोकतंत्र का परचम फहरा दिया। आतंकवादियों की धमकी के बीच भी लोग लोकतंत्र के लिये मैदान में आते हैं। मोदी ने मध्यप्रदेश के लोगों से 28 नवम्बर को भारी मतदान करने की अपील के साथ ही प्रदेश में भाजपा को विजयी बनाने का आग्रह किया।
उन्होंने कांग्रेस शासन में बुनियादी सुविधाएं दयनीय होने का आरोप लगाते हुए कहा कि तब गर्भवती महिला को ट्रैक्टर या बैलगाड़ी से अस्पताल ले जाया जाता था क्योंकि गांव से नगर तक कोई सड़क नहीं होती थी। ऐसे में अक्सर मां या बच्चे या दोनों की मौत हो जाया करती थी। मोदी ने केंद्र में भाजपा के साढ़े चार साल के शासन में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा, ''कांग्रेस की सरकार को सूरज नहीं दिखाई दिया और चार साल में मोदी को सूरज दिखाई दिया। अक्षय ऊर्जा में 50 साल में जो काम हुआ। हमने चार साल में उससे नौ गुना ज्यादा काम कर दिया। देश में हमने 72 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी का उत्पादन किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में मध्यप्रदेश में केवल 30 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन हुआ जबकि हमारी भाजपा सरकार के चार साल में 4000 मेगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन हुआ।