भोपाल: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के लामबंद होने पर सवाल उठाया। 'एमपी शिखर सम्मेलन 2018' नाम से एक टेलीविजन कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा कि विपक्षी दलों की लामबंदी हो रही है क्योंकि वो केंद्र में मजबूत नहीं मजबूत सरकार चाहते हैं। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष में जो लामबंदी हो रही है वो चाहती है कि मजबूर सरकार आए, लेकिन भाजपा चाहती है कि देश में ऐसी मजबूत सरकार आए जो लोगों के समग्र विकास के लिए काम कर सके। मजबूत सरकार और मजबूर सरकार के बीच जो फर्क है उसे भाजपा की केंद्र सरकार ने समझाने का काम किया है। लोगों के जरिए चुनी हुई सरकार ने देश की मजबूती के लिए काम किया है और मजबूरी में आकर कोई काम नहीं किया जैसे पहले की सरकारों में होता था।
शाह ने केरल के सबरीमाला मुद्दे पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश माना जाना चाहिए लेकिन इसे लेकर भावनाओं का भी ख्याल रखा जाना चाहिए। देश में 13 मंदिर ऐसे हैं जहां पुरुष नहीं जा पाते हैं तो क्या इसमें भी कोई दिक्कत है। मंदिर में यदि कोई जाना चाहता है तो इसे लेकर हंगामा नहीं किया जाना चाहिेए लेकिन जिस मंदिर की जो परंपरा है, वह बनी रहनी चाहिए।
राफेल पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जनता सब जानती है। भाजपा और कांग्रेस दोनों का चरित्र लोगों के सामने है और समय आने पर इन्हें पता चल जाएगा कि जनता झूठे आरोपों पर भरोसा नहीं करने वाली है। मैं तो कहता हूं कि अच्छा है जितना इस राफेल विमान के मुद्दे को विपक्ष उछालेगा, उतना भाजपा को फायदा होगा।