नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ के एक वीडियो के आधार पर विपक्षी पार्टी एवं उसके अध्यक्ष राहुल गांधी पर बुधवार को हमला बोला और कहा कि ‘शिव भक्त’ होने का ढोंग रचाने वाले श्री गांधी ‘बगुला भगत’ हैं और वह चुनाव के बाद हिन्दुओं को ‘निपटा देने’की साजिश रच रहे हैं। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां संवाददाताओं के सामने सोशल मीडिया पर वायरल हुए कमलनाथ के एक वीडियो को दिखाते हुए दावा किया कि वीडियो में कमलनाथ मुसलमान बुद्धिजीवियों से कह रहे हैं कि गांधी का मंदिर जाना, टीका लगाना मतदान होने तक बर्दाश्त कर लो, उसके बाद उन्हें निपटा देंगे।
उन्होंने कहा कि बंद कमरे में कांग्रेस का चरित्र कैसा होता है, इससे यह उजागर हो गया है। गांधी कहते हैं कि उनकी दादी शिवभक्त थी, उनके पिता शिवभक्त थे और वह भी शिवभक्त हैं और जनेऊ पहनते हैं। डॉ. पात्रा ने कहा कि ये बातें बांटो और राज करो की नीति का हिस्सा हैं। ये वीडियो कांग्रेस के 70 साल पुराने षड्यंत्रकारी चरित्र को उजागर करता है जिसके बलबूते वह लंबे अरसे तक देश पर राज करती रही है।
कांग्रेस मुसलमानों से कह रही है कि मतदान होने तक टीका, मंदिर आदि सब ढोंग सहना पड़ेगा उसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिन्दुओं को निपटा देंगे। उन्होंने कहा कि अब यह पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है कि शिवभक्त होने का ढोंग करने वाले लोग दरअसल बगुला भगत हैं।
उन्होंने कहा कि कमलनाथ या गांधी हिन्दुओं को क्या निपटाएंगे, उनको और उनकी पार्टी को जनता 2014 में ही निपटा चुकी है। ऐसे में उनकी कुंठापूर्ण बातें स्वाभाविक मगर बेहद दुखद हैं। इसे विनाश काले विपरीत बुद्धि कहते हैं और 11 दिसंबर को मतगणना के दिन यह सच्चाई उन्हें पता चल जाएगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मन में हिन्दुओं एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रति कितनी घृणा है, यह रीवा के कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी के बयान से भी पता चलता है जिन्होंने संघ को आतंकवादी संगठन कहा है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने भी कहा है कि अगर 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोबारा जीत गये तो देश में सनातन धर्म मज़बूत हो जाएगा। यानी वह नहीं चाहते हैं कि सनातन धर्म या हिन्दू धर्म मजबूत हो। कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में भी कहा है कि आरएसएस की शाखाएं बंद कराएंगे। डॉ. पात्रा ने कहा कि यह कांग्रेस का हिन्दुओं पर खुला और निर्लज्ज हमला है। इससे पहले भी अपने शासनकाल में वे हिन्दू आतंकवाद के नाम से हिन्दुओं को लज्जित कर चुके हैं।