भोपाल: मध्यप्रदेश में भाजपा के विधायक संजय शर्मा और पूर्व विधायक कमलापत आर्य मंगलवार को इन्दौर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गये। इससे प्रदेश में सत्तारुढ़ भाजपा को बड़ा झटका लगा है। मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस ने इसकी जानकारी अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर दी है। उधर, किरार समुदाय के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदार गुलाब सिंह किरार के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने को लेकर असमंजस की स्थिति रही।
दिन में प्रदेश कांग्रेस ने अपने टि्वटर हैंडल (आईएनसीएमपी) पर फोटो के साथ ट्वीट करते हुए किरार के पार्टी में शामिल होने की जानकारी दी। हालांकि बाद में इस ट्वीट को हटा लिया गया। वहीं, प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने इन खबरों को खारिज किया कि गुलाब सिंह किरार ने भी राहुल की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थामा।
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर घोषणा की है कि नरसिंहपुर जिले की तेंदूखेड़ा विधानसभा सीट से विधायक संजय शर्मा और दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक दोनों भाजपा छोड़कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में इन्दौर में आज कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गये। कांग्रेस के मीडिया सेल के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता से पूछे जाने पर उन्होने शर्मा और आर्य के कांग्रेस में शामिल होने की पुष्टि की जबकि किरार के संबंध में उन्होने अधिक जानकारी देने से इंकार किया।
मालूम हो कि शर्मा और आर्य भाजपा में आने से पहले कांग्रेस में ही थे। इसके बाद दोनों भाजपा में शामिल हो गये और भाजपा के टिकट पर विधायक भी बने और आज दोनों फिर अपने पुराने दल कांग्रेस में शामिल हो गये। प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा,‘‘ इससे भाजपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हम भारी बहुमत से अगला विधानसभा चुनाव जीतेगे और चुनावों से पहले तो यह होता रहता है।''
मालूम हो कि किरार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदार हैं और बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में आरोपी है। प्रदेश में भाजपा सरकार ने किरार को मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग में सदस्य बनाकर मंत्री पद का दर्जा भी दिया था और व्यापमं घोटाले में आरोपी बनने के बाद जुलाई 2015 में किरार को भाजपा की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था।