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भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को भोपाल की सड़कों पर मार्च निकाला और अपनी गिरफ्तार देने टीटी नगर पुलिस स्टेशन पहुंचे। दिग्विजय का ये विरोध प्रदर्शन शिवराज सिंह चौहान द्वारा उन्हें देशद्रोही कहे जाने के जवाब में आया है। हालांकि पन्ना में शिवराज ने फिर अपने आरोपों को दोहराते हुए कहा ''हमने उन्हें गिरफ्तारी देने नहीं कहा, वे गिरफ्तारी की बात करते हैं लेकिन देशभक्त और देशद्रोही में फर्क नहीं कर पाते।''

भोपाल की सड़कों पर कांग्रेस कार्यकर्ता लड़ाई की हुंकार भरते नज़र आए, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान के जवाब में, जो उन्होंने जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान सतना में दिया था। शिवराज ने कहा था ''पुलिस का अफसर अगर आतंकवादी को मार दे, तो दिग्विजय उस आतंकवादी के यहां जाते हैं। उसको महिमामंडित करने का काम करते हैं। कई बार दिग्विजय सिंह का ये कदम देशद्रोह लगता है, आतंकवादी को जी कहना क्या ये देशद्रोह की परिधि में नहीं आता।''

शिवराज के इस बयान पर पहले दिग्विजय सिंह ने ऐतराज जताते हुए 21 जुलाई को उन्हें खत लिखा, फिर 26 को भोपाल के टीटी नगर थाने में गिरफ्तारी देने आए। इस थाना यात्रा में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे, जिसे कमलनाथ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। तीन किलोमीटर पैदल चलने के बाद कुछ समर्थकों के साथ दिग्विजय सिंह थाने गए, लौटे तो हाथ में कागज था जिस पर लिखा था उनके ऊपर देशद्रोह का कोई मामला नहीं है। थाने से निकलने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा ''अब मैं शिवराज सिंह के ख़िलाफ मानहानि का दावा करूंगा।''

उनके बेटे और राघौगढ़ से विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा ''उन्होंने (दिग्विजय) यही कहा, मुख्यमंत्री ने ऐसा आरोप लगाया है तो आप गिरफ्तार कीजिए, लेकिन टीआई ने लिखकर दिया है कि उनके खिलाफ कहीं देशद्रोह का मुकदमा दर्ज नहीं है, जिससे प्रतीत होता है कि शिवराज ने झूठ बोला है।''

हालांकि भाजपा अभी भी उन्हें क्लीन चिट नहीं दे रही, कह रही है आलाकमान को ताकत दिखाने दिग्विजय सड़क पर उतरे। मध्यप्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष बिजेश लूणावत ने कहा ''आलाकमान को ताकत दिखा रहे हैं, बहुत तकलीफ है उन्हें जिस तरह से सीडब्लूसी से बाहर किया। कमलनाथ ने कह दिया कि ये उनके कर्मों के फल भोग रहे हैं। इसे लेकर ताकत दिखाई। कमलनाथ दो कदम तो साथ चल नहीं पाए, वो समझ गए अपनी लड़ाई खुद लड़नी है। कुछ लोग थाने को घेर लें तो वे कहेंगे उनके खिलाफ कोई मामला नहीं है। उनके बयानों को देखें सब जगह उनके बयान उस श्रेणी में आते हैं।''

दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश में रूठे कांग्रेसियों को मनाने समन्वय यात्रा पर हैं। ऐलान कर चुके हैं कि उनकी टीम चुनाव नहीं लड़ेगी, संगठन के लिए काम करेगी। फिर भी जानकार भोपाल की सड़क पर उतरने के कदम को शक्ति प्रदर्शन के रूप में ही देख रहे हैं।

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