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भोपाल: आंदोलन और अपनी घोषणा पर अमल करते हुए महिला अध्यापकों ने शनिवार को सरकार के रवैये के खिलाफ मुंडन कराया। शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग अध्यापक लम्बे समय से आंदोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में महिला अध्यापकों ने सरकार की वादा खिलाफी से नाराज होकर मुंडन कराने का ऐलान किया था।

इसी पर अमल करते हुए आजाद अध्यापक संघ की प्रांताध्यक्ष शिल्पी शिवान सहित 3 महिला अध्यापकों और एक अध्यापक की पत्नी ने सिर मुंडा लिया। इस घटना को लेकर प्रदेशभर में काफी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। आंदोलन के तहत अब तक ज्ञापन, हड़ताल, रैली और प्रदर्शन किए गए लेकिन महिला अध्यापकों ने सरकार की वादा खिलाफी से नाराज होकर ये बड़ा कदम उठाया।

4 महिला अध्यापक और एक अध्यापक की पत्नी द्वारा सिर मुंडाने के बाद संगठन से जुडे़े करीब 1 हजार अध्यापकों ने भी मुंडन कराने की घोषणा की है। संगठन ने सरकार पर आंदोलन को दबाने का आरोप लगाया है। संगठन के पदाधिकारी रितुराज तिवारी ने बताया कि पहले करीब 25 हजार विरोध प्रदर्शन के लिए जुटने वाले अध्यापकों के आंदोलन के लिए परमिशन नहीं दी गई।

बीते दो सप्ताह से प्रशासनिक अधिकारियों ने पदाधिकारियों को शहर में आंदोलन के लिए स्थान देने से ही मना कर दिया। बीएचईएल के जंबूरी मैदान पर विरोध प्रदर्शन के लिए 1 लाख 44 हजार रूपये किराया अधिकारियों ने मांगे।

पदाधिकारियों के मुताबिक चंदा कर इस राशि का भुगतान बीएचईएल प्रबंधन को किया जाएगा। आपको बता दें कि शिक्षा विभाग में संविलियन, मृतक अध्यापकों के परिवार के सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति, वेतन विसंगति, पदोन्नति और सातवें वेतनमान का लाभ देने की मांगों को लेकर अध्यापक आंदोलन चलाए हुए हैं। अलग-अलग जिलों से विरोध रैली शनिवार को भोपाल पहुंची थी और इसी दौरान महिला अध्यापकों ने मुंडन कराया।

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