मुंबई: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सावरकार वाले बयान पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिवंगत हिंदुत्व विचारक वीडी सावरकर पर दिए गए बयानों को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला किया। फडणवीस ने 'सावरकर गौरव यात्रा' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सावरकर ने ब्रिटिश अधिकारियों को जेल से अपने लिए नहीं, बल्कि साथी कैदियों के लिए पत्र लिखा था।
राहुल गांधी ने कई बार ये बयान दे चुके हैं कि वो सावरकर नहीं हैं और उन्होंने अंग्रेजों से माफी मांगी थी। हालांकि, भाजपा लगातार राहुल गांधी पर पलटवार करती रही है कि सावरकर पर दिए गए बयान पर माफी मांगे। भाजपा इस मुद्दे पर पिछले काफी समय से संसद से सड़क तक इस मुद्दे को प्रमुखता से उठा रही है।
फडणवीस ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, "वे सावरकर ही थे, जिन्होंने अंडमान की जेल से रत्नागिरी लौटने के बाद सामाजिक सुधार लाने के लिए कई गतिविधियां शुरू कीं।
सावरकर ने कहा था कि जब तक हम अस्पृश्यता को समाप्त नहीं करेंगे, तब तक कभी एक महान राष्ट्र नहीं बन पाएंगे। लेकिन जो सोने की चम्मच लेकर पैदा हुए हैं, वे उन्हें माफ़ीवीर कहते हैं।"
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि आजादी के बाद सावरकर के लिए पश्चिम बंगाल के एक सदस्य द्वारा संसद में बधाई प्रस्ताव लाया गया था और कांग्रेस पार्टी के एक व्यक्ति को छोड़कर इसका सभी ने विरोध किया था। फडणवीस ने सभा को बताया, "उनका नाम फिरोज गांधी था, जो राहुल गांधी के दादा थे।" राहुल गांधी पर आगे हमला करते हुए, फडणवीस ने कहा कि इस देश के बारे में आपको न कुछ जानकारी है न देश का इतिहास मालूम है। इसलिए आप न सावरकर है न गांधी।
फडणवीस ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे पर भी हमला किया, उन्होंने कहा, "मैं उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि क्या राहुल गांधी ने सावरकर का अपमान करने वाले अपने किसी भी ट्वीट को हटा दिया है? ठाकरे ने पूर्व प्रधानमंत्री और राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी की तस्वीर पर फूल भी चढ़ाए। लेकिन क्या कभी दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के प्रति सोनिया या राहुल गांधी ने ऐसा किया है?"