मुंबई: नौसेना गोदी से जंगी जहाज आईएनएस बेतवा को बाहर निकालते के दौरान इसके एक ओर झुक जाने की घटना की जांच के लिए नौसेना ने बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया। इस घटना में दो नौसेना कर्मियों की मौत हो गई जबकि 15 अन्य घायल हुए। वहीं, दुर्घटनाग्रस्त आईएनएस बेतवा को सीधा किया जाएगा और मरम्मत के बाद एक बार फिर इस्तेमाल करने लायक बनाया जाएगा। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा के मंगलवार को दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद नौसेना ने यह जानकारी दी। नौसेना के एक प्रवक्ता ने मंगलवार शाम कहा कि डिफेंस एडवायजरी ग्रूप के फ्लैग अफसर ऑफशोर रीयर एडमिरल दीपक बाली आईएनएस बेतवा घटना में बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी की अगुवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा आज सुबह यहां नौसेना गोदी पर आए और उन्हें इस घटना एवं जमीनी स्थिति से अवगत कराया गया। लांबा ने नौसेना अस्पताल आईएनएचएस अश्विनी में घायल नौसैनिकों से भी भेंट की। प्रवक्ता ने कहा कि कुछ विशेषज्ञ कल मुम्बई पहुंच सकते है और दो दिन में इस घटना का प्रारंभिक आकलन पूरा होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि नौसेना शीघ्र ही जहाज को सीधा करेगी और उसे काम करने लायक बनाएगी। नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी के शर्मा ने पहले बताया था कि कल की यह घटना नौसेना की गोदी की क्रूजर ग्राउंडिंग गोदी में उसे बाहर निकालने के दौरान घटी थी।
संदेह है कि गोदी के ब्लाक तंत्र में गड़बड़ी आ गई। उन्होंने कहा था कि 126 मीटर लंबा और 3850 टन भारी पोत गोदी से बाहर निकलते वक्त एक तरफ इतना झुक गया कि उसका आगे का खंभा गोदी की जमीन से जा टकराया। पोत को मरम्मत के लिए गोदी में लाया गया था और वापस जल में जाते वक्त पूरा पोत एक तरफ झुक गया। पोत का मुख्य खंभा भी टूट गया।