मुंबई: महाराष्ट्र नगर निकाय चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है। राज्य की सबसे बड़ी पार्टी रही एनसीपी अब चौथे नंबर पर है, जबकि कांग्रेस को ज़्यादा नुक्सान नहीं हुआ है। चुनाव आयुक्त जेएस सहारिया के द्वारा नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव के पहले चरण के नतीजों की आधिकारिक घोषणा कर दी गई। नगर पालिकाओं के अध्यक्ष की 147 सीटों में भाजपा 51, शिवसेना 25, कांग्रेस 23, एनसीपी 18, अन्य 19 और निर्दलीय 11 जगहों पर जीते हैं। 3727 पार्षदों में से भाजपा 893, कांग्रेस 727, एनसीपी 615, शिवसेना 529, एमएनएस 7, सीपीआई (M) 12, अन्य और निर्दलीय 935 तथा बसपा के 9 पार्षद चुने गए हैं। नगरपालिका निकाय के ये चुनाव वार्ड परिसीमन के बाद हुए हैं। ऐसे में केवल आंकड़े के हिसाब से देखा जाए तो महाराष्ट्र में भाजपा पार्षदों की संख्या पहले चरण में ही 2011 के 298 के मुक़ाबले करीब 3 गुना बढ़ी है। भाजपा की बढ़त का ख़ामियाजा एनसीपी को उठाना पड़ा है। एक समय की राज्य की सबसे बड़ी पार्टी रही एनसीपी के पार्षदों की संख्या 916 से 615 पर आकर टिक गया है। जबकि कांग्रेस ने अपने मुक़ाम में बेहद छोटा नुकसान झेला है। उसके पार्षद 771 से घटकर 727 हुए हैं।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने इन नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस का प्रदर्शन उतना ख़राब भी नहीं है, हां, इसे और जरूर सुधारा जा सकता है।