ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

मुंबई: पांच सौ और हजार रुपये के नोट बंद करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का मुखर विरोध करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शिवसेना का भी समर्थन मिल गया है। बुधवार को केंद्र के इस फैसले के खिलाफ ममता के साथ शिवसेना के सांसद भी राष्ट्रपति भवन जाएंगे और नोट बंदी को लेकर प्रधानमंत्री के फैसले के विरोध में ज्ञापन देंगे। वहीं, यह भी संकेत हैं कि शिवसेना नोट बंदी के खिलाफ तृणमूल की प्रस्तावित रैली में भी शामिल होगी। शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र की भाजपा नीत सरकार का हिस्सा है लेकिन सत्ता में रहकर भी लगातार भाजपा पर हमलावर है। मंगलवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में हुई बैठक के बाद पार्टी ने तय किया है कि वह जनता की समस्या को देखते हुए ममता का न सिर्फ समर्थन करेगी बल्कि शिवसेना के सांसद भी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलने राष्ट्रपति भवन जाएंगे। शिवसेना प्रवक्ता व सांसद संजय राऊत ने कहा कि जब प्रधानमंत्री एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की प्रशंसा कर सकते हैं तो शिवसेना जनहित में ममता का साथ क्यों नहीं दे सकती। सहयोगी पार्टी होने के बावजूद शिवसेना इससे पहले भी भाजपा को दो बार जोर का झटका दे चुकी है। राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी को समर्थन देने के बजाय शिवसेना ने पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को समर्थन दिया था।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख