मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि भाजपा और शिवसेना के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन राज्य सरकार चलाने में यह कभी बाधक नहीं बना। यह पूछे जाने पर कि भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी पार्टियों में से एक शिवसेना बार-बार भाजपा सरकार की खिंचाई क्यों करती है, इस पर फडणवीस ने कहा, ‘हिंदुत्व और राष्ट्रवाद पर हमारा रुख स्पष्ट है। अन्य मुद्दों पर हमारे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन सरकार चलाने में यह कभी बाधक नहीं बना और इसलिए कैबिनेट के सारे फैसले मंत्रियों के बहुमत से ही लिए जाते हैं।’ बहरहाल, फडणवीस ने यह नहीं बताया कि भाजपा आगामी निकाय चुनाव शिवसेना के साथ गठबंधन में लड़ेगी या नहीं। उन्होंने कहा, ‘बुनियादी तौर पर मेरा मानना है कि हमें साथ जाना चाहिए. हमें कुछ वैचारिक मुद्दे सुलझाने हैं। लेकिन मैं आपको बता दूं कि किसी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन करने से पहले कई ऐसे आयाम हैं जिन पर विचार किए जाने की जरूरत है।’ नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग के साथ राज्य भर में मराठा समुदाय की ओर से निकाले जा रहे मूक मोर्चों के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि मराठा समुदायों का विश्वास सरकार पर है. फडणवीस ने कहा, ‘लोग शांतिपूर्ण तरीके से सड़कों पर उतर रहे हैं, क्योंकि उन्हें हमारी सरकार से अपेक्षा है. यह ऐसे लोगों की आक्रामकता की झलक है जिन्हें अतीत में न्याय नहीं दिया गया. यह विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के खिलाफ हाशिये पर पहुंच चुके लोगों की लड़ाई है।’ उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर दलित उत्पीड़न रोकथाम कानून को निरस्त नहीं किया जाएगा।
चीनी सामानों के बहिष्कार के लिए सोशल मीडिया में चलाई जा रही मुहिम पर फडणवीस ने कहा कि यह चुनना लोगों पर निर्भर करता है।