ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संसद में अडानी के मुद्दे पर हंगामा, राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के वजूद को भारत स्वीकार नहीं करता है इसलिए उसने जम्मू कश्मीर की विधानसभा में पीओके के लिए 24 सीटें खाली रखीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों की मदद से भारत को अस्थिर करने की कोशिश करता रहता है लेकिन भारत ने कभी उसकी संप्रभुता को चुनौती नहीं दी। सिंह बुधवार को जयपुर के पास धानक्या में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

सिंह ने कहा, ''यदि पाकिस्तान के वजूद को हम स्वीकार करते हैं तो यह नहीं मान लेना चाहिए कि पीओके के वजूद को भी हम स्वीकार करते है... हम उसके वजूद को स्वीकार नहीं करते क्योंकि पाकिस्तान ने उस पर जबरन कब्जा कर रखा है। इसके साथ ही राजनाथ ने पाकिस्तान को आगाह किया कि वह 1971 की गलती को नहीं दोहराए। 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए और बांग्लादेश के रूप में नया देश सामने आया। उन्होंने कहा, मैंने कहा कि 71 की गलती मत दोहराना वरना पीओके का क्या होगा, अच्छी तरह समझ लेना।

रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा, ''वह बराबर आतंकवादियों के माध्यम से भारत को अस्थिर करने की, तोड़ने की कोशिश करता है। क्यों करता है? बालाकोट हवाई हमले का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि भारत ने कभी पाकिस्तान की संप्रभुता को चुनौती नहीं दी।

सीआरपीएफ जवानों पर हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान के आतंकवादियों ने आकर हमारे सीआरपीएफ के जवानों की हत्या की थी तो आतंकवादियों के ठिकाने पर हमला करना था। हमने पाकिस्तान पर हमला नहीं किया, उन्हें प्रशिक्षण दिया जाता था बालाकोट में, केवल वहीं जाकर हमला किया। हमने पाकिस्तान की सेना पर भी हमला नहीं किया। इतनी सावधानी हम लोगों ने बरती। उन्होंने कहा, ''यानी हम लोगों ने पाकिस्तान की संप्रभुता को भी कोई चुनौती नहीं दी। इस हद तक हम लोगों ने सावधानी बरती है। लेकिन आगे भी इसी तरह चलता रहा तो कुछ कहा नहीं जा सकता है।

राजनाथ ने कहा, ''... हम जाति पंथ और मजहब के आधार पर राजनीति नहीं करते। हम राजनीति करते है तो इंसाफ, इंसानियत और मानवता के आधार पर। हम चुनाव हारना पसंद करेंगे लेकिन आपको धोखा देना किसी भी सूरत में पसंद नहीं करेंगे क्योंकि हम राजनीति केवल सरकार बनाने के लिए नहीं करते हैं, हम राजनीति करते हैं तो देश बनाने के लिए राजनीति करते हैं। अनुच्छेद 370 व 35 ए हटाए जाने के बारे में उन्होंने कहा कि हमने इसे समाप्त कर दिखा दिया कि भारतीय जनता पार्टी हिंदुस्तान की एक ऐसी राजनीतिक पार्टी है जिसकी इस समय सरकार चल रही है, उसकी कथनी व करनी में कोई अंतर नहीं होता। हमने यह दिखा दिया है। लेकिन पड़ोसी देश है कि उसको हजम नहीं हो रहा है।

सिंह ने कहा, ''मैं यह कह सकता हूं कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जनसंघ के रूप में जो दीया जलाया था, वह दीया आज सूरज की तरह चमक रहा है इस देश में और इस सूरज की रोशनी केवल भारत की सीमाओं तक ही सीमित नहीं है बल्कि दुनिया के दूसरे देशों तक पहुंच रही है।' उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जो रास्ता दिखाया है उस रास्ते पर हम आगे बढते रहेंगे और भारत को विश्व के सर्वाधिक विकसित राष्ट्र के रूप में लाकर खडा करेंगे। ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया कार्यक्रम को देश के लिए गौरवान्वित करने वाला क्षण बताते हुए सिंह ने कहा, '' क्या आपका सीना चौड़ा नहीं हुआ है...। हर भारत को गौरव की अनुभूति हुई है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख