नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने भाषण के कुछ हिस्सों को कार्यवाही से हटाने के खिलाफ स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखी। उन्होंने कहा कि मेरे विचारों को कार्यवाही से हटाना संसदीय लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है। ऐसे में मेरे भाषण के हटा दिए गए हिस्सों को फिर से बहाल किया जाना चाहिए।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के भाषण में भी आरोपों की भरमार थी, लेकिन उनकी स्पीच से केवल एक शब्द हटाया गया। इसको लेकर किया गया भेदभाव समझ के परे है। उन्होंने स्पीकर को चिट्ठी लिखकर नियम भी बताए।
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने सदन में सच्चाई रखी। हर सांसद का अधिकार है कि वो संसद में लोगों से जुड़े मुद्दे उठाए। इसको ध्यान में रखते हुए ही मैंने अपना भाषण दिया था। उन्होंने आज सुबह भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की दुनिया में सच्चाई को मिटाया जा सकता है, हकीकत में नहीं।
वहीं, बीजेपी ने राहुल गांधी के लेटर लिखने पर पलटवार किया है।
लोकसभा स्पीकर को हटाने का अधिकार: केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि राहुल गांधी के भाषण का अंश का कुछ हिस्से हटाने का अधिकाऱ लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के पास है। दरअसल, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान लोकसभा में दिए गए राहुल गांधी के भाषण के कुछ अंश सोमवार (1 जुलाई, 2024) को हटा दिए गए हैं।