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नई दिल्ली (आशु सक्सेना): लोकसभा में राष्ट्रपति के ​अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अयोध्या में बीजेपी की हार, मणिपुर जातीय हिंसा और अग्निवीर योजना समेत अन्य कई मुद्दों को लेकर मोदी सरकार हमला बोला। सदन में राहुल गांधी के भाषण के दौरान पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हस्तक्षेप किया।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि अयोध्या में राम भगवान की जन्मभूमि ने बीजेपी को मैसेज दिया। राहुल ने अवधेष प्रसाद की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये मैसेज हैं। फिर राहुल गांधी ने कहा जब मैंने अवधेश प्रसाद जी से पूछा कि ये कैसे हुआ तो मुझे जवाब मिला कि अयोध्या में एयरपोर्ट बना, जमीन ली गई, लेकिन आज तक उन्हें मुआवजा नहीं मिला। छोटे-छोटे दुकानदारों के व्यापारों को तोड़कर उन्हें सड़क पर ला दिया गया। उन्होंने कहा कि उद्घाटन में अडाणी-अंबानी थे, लेकिन अयोध्या का कोई नहीं था। अयोध्या की जनता के दिल में नरेंद्र मोदी ने भय पैदा कर दिया। उनकी जमीन ले ली। उनके घर गिरा दिया और मंदिर के उद्घाटन तक में नहीं जाने दिया। 

राहुल गांधी ने कहा कि इसी लिए अयोध्या कि जनता ने उन्हें ये मैसेज दिया। उन्होंने कहा, हिंदू डर, हिंसा और नफरत नहीं फैला सकता, लेकिन बीजेपी नफरत और हिंसा फैलाती है। उन्होंने आगे कहा कि कहां-कहां तक इन्होंने (बीजेपी) डर फैला दिया है। अयोध्या से शुरू करते हैं। ये कहते ही राहुल गांधी ने अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद से हाथ मिलाया। इस पर अमित शाह फिर से खड़े हुए और बोले कि नेता प्रतिपक्ष बार-बार तस्वीर दिखा कर नियमों को तोड़ रहे हैं।

नरेंद्र मोदी ने जताई अयोध्या से चुनाव लड़ने की इच्छा

अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद की बातचीत को बताते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'दो बार नरेंद्र मोदी ने टेस्ट किया कि क्या मैं अयोध्या से लड़ जाऊं तो सर्वे करने वालों ने बताया कि अयोध्या से मत लड़ना नहीं तो अयोध्या के लोग हरा देंगे। फिर मोदी वाराणसी गए और वहां से बच के निकले।'

राहुल गांधी के संबोधन के बीच दूसरी बार खड़े हुए पीएम मोदी

राहुल गांधी के संबोधन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार खड़े हुए और बोले- संविधान ने सिखाया है कि मुझे विपक्ष के नेता को गंभीरता से लेना चाहिए। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि अनुराग ठाकुर ने अयोध्या और सनातन की बात की इसलिए मैंने इन मुद्दों पर बात की।

उन्होंने कहा कि पीएम के लिए मणिपुर स्टेट ही नहीं है। मणिपुर में सिविल वॉर हो ही नहीं रही है। हमने दबाव बनाया, हमने पीएम से कहा कि मणिपुर चले जाइए, एक मैसेज दे दीजिए, लेकिन नहीं। मैं वहां गया और कुकी और मैतेई दोनों से मिला। उन्होंने कहा कि मैं मणिपुर में एक रिलीफ कैंप में गया। वहां एक औरत कांपती हुई मुझसे कहती है कि मेरी आंखों के सामने मेरे बच्चे को गोली मारी गई। मैं भागना नहीं, उसके साथ मरना चाहती थी। मुझे वहां से घसीट कर ले गए। उसने मुझे अपने बच्चे की फोटो दिखाई। ये आपकी योजनाओं का नतीजा है। आपको शर्म आनी चाहिए।

'प्रधानमंत्री के लिए मणिपुर नहीं है हिंदुस्तान का हिस्सा': राहुल

इस दौरान राहुल गांधी ने राज्यों का दर्जा खत्म करने को लेकर स्पीच दी। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार जनता से स्टेट छीने गए हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से आपने स्टेट का दर्जा छीना है। मणिपुर को आपने सिविल वॉर में डुबा दिया है। मणिपुर को आपकी योजनाओं, आपकी राजनीति ने जला दिया है। आज तक हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गए। ऐसा लगता है कि मणिपुर हिंदुस्तान का हिस्सा ही नहीं है।

'सरकार आई तो हटाएंगे अग्निवीर योजना': राहुल गांधी

राजनाथ सिंह के बयान पर राहुल गांधी ने कहा कि साफ सी बात है कि इनको (बीजेपी) अग्निवीर अच्छा लगता है, आप रखिए। हम उसको बदल देंगे, हटा देंगे। जब हमारी सरकार आएगी तो हम अग्निवीर को हटा देंगे। उन्होंने कहा कि हम सोचते हैं कि अग्निवीर सेना, जवानों, देशभक्तों के खिलाफ योजना है।

अग्निवीर पर राहुल गांधी ने उठाया सवाल तो राजनाथ बोले 158 संगठनों से हुई है चर्चा

राहुल गांधी ने कहा, अग्निवीर सेना की योजना नहीं है पीएमओ की योजना है। ये योजना प्रधानमंत्री का ब्रेन चाइल्ड है, सेना का नहीं है। इस पर राजनाथ सिंह दूसरी बार खड़े हुए और बोले- नेता प्रतिपक्ष सदन को गुमराह न करे। 158 संगठनों से गंभीर चर्चा के बाद ये योजना लाई गई। इस तरह की योजनाएं दुनिया भर में हैं। इसी के साथ राजनाथ सिंह ने इस बयान को सदन की कार्यवाही से बाहर करने की अपील की। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि हमारी सरकार आएगी तो हम इस योजना को हटाएंगे, क्योंकि ये देश के सैनिकों और सेना के खिलाफ है।

अग्निवीर पर बोल रहे थे राहुल गांधी तो खड़े हुए राजनाथ सिंह और अमित शाह

राहुल गांधी जब अग्निवीर योजना पर बोल रहे थे तो केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खड़े हुए और बोले कि जब भी कोई सैनिक शहीद होता है तो उसके परिजनों को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाती है, ऐसे में राहुल गांधी गलत बयानबाजी न करें। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि राजनाथ सिंह का और हमारा मानना कुछ हो सकता है, लेकिन असलियत तो अग्निवीर के घरवालों को पता है। इस बीच अमित शाह खड़े हुए और बोले कि सरकार की तरफ से बताए जाने के बाद भी राहुल गांधी अगर अपने बयान का सत्यापन नहीं करते हैं तो उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।

'अग्निवीर को करेंगे यूज एंड थ्रो, नहीं देंगे पेंशन', राहुल गांधी ने सरकार पर किया वार

अग्निवीर पर चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं एक शहीद के घर में गया। मैं उसे शहीद कह रहा हूं, लेकिन ये सरकार उसे अग्निवीर कहती है। राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीर के परिवार को शहीद होने पर पेंशन नहीं मिलेगी। उसे यूज एंड थ्रो कर दिया जाएगा। अग्निवीर को छह महीने की ट्रेनिंग मिलती है। दूसरी तरफ चीन के सैनिक को पांच साल की ट्रेनिंग मिलती है। उस सैनिक को आप राइफल लेकर बॉर्डर पर खड़ा कर देते हो। उसके दिल में डर पैदा करते हो।

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