नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): मतगणना के समय ईवीएम से जुड़ी जानकारी जुटाने को लेकर विपक्ष दलों को दी जा रही हिदायत के बीच निर्वाचन आयोग ने साफ किया है कि मतगणना के समय ईवीएम से जुड़ी जिन जानकारियों को जुटाने की बात कहीं जा रही है वह सारी जानकारी पहले से ही सभी प्रत्याशियों को दी जाती है। इनमें कुछ भी नया नहीं है। ईवीएम के मैनुअल में इन सभी पहलुओं का उल्लेख है।
चुनाव आयोग ने मतगणना के समय विशेष सतर्कता का दिया सुझाव
जिला निर्वाचन अधिकारियों और सहायक निर्वाचन अधिकारियों को भी इसका सख्ती से अमल कराने के निर्देश दिए गए है। निर्वाचन आयोग ने मतगणना के समय ईवीएम को लेकर यह स्पष्टता तब दी है, जब रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने विपक्षी दलों को मतगणना के समय विशेष सतर्कता रखने का सुझाव दिया था साथ ही कहा था कि वह इस दौरान ईवीएम से जुड़ी कुछ जानकारी अनिवार्य रूप से जुटाए। उन्होंने फार्म का एक मसौदा भी जारी किया था। जिसमें कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट के नंबर सहित ईवीएम की काउंटिंग की बटन दबाने के दौरान का समय आदि जुटाने पर जोर दिया गया था।
ईवीएम से जुड़े ब्यौरे को जुटाने का मुद्दा
उन्होंने कहा था कि हम न तो यह कह रहे है कि ईवीएम गलत है न ही यह कह रहे है कि वह ठीक है। क्योंकि दुनिया में कोई भी ऐसी इलेक्ट्रानिक डिवाइस नहीं है, जिसमें छेड़छाड़ संभव न हो। इस प्रक्रिया से वह लोगों के बीच ईवीएम के विश्वसनीयता को और मजबूत करना चाहते है। इस बीच उनकी इस टिप्पणी के बाद मतगणना से दौरान ईवीएम से जुड़े ब्यौरे को जुटाने का मुद्दा इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित होने लगा। जिसके बाद आयोग ने पूरी स्थिति स्पष्ट करते हुए ईवीएम मैनुअल के चैप्टर 14 को जारी किया और बताया कि यह पहले से सार्वजनिक है। प्रत्येक चुनाव में इसका सख्ती से पालन होता है।
जौनपुर में रिजर्व ईवीएम को तूल देने पर दी सफाई
आयोग ने इस बीच उत्तर प्रदेश के जौनपुर में रिजर्व ईवीएम को ले जा रहे ट्रक को रोककर हंगामा करने के मुद्दे पर भी स्थिति स्पष्ट की और बताया है कि यह पोलिंग में शामिल ईवीएम नहीं है बल्कि प्रत्येक विधानसभा में रखी जाने वाली वह रिजर्व ईवीएम थी, जिन्हें मतदान के दिन ईवीएम मशीनों में किसी तरह की गडबड़ी होने पर इन्हें मुहैया कराया जाता है। इन रिजर्व मशीनों की जानकारी सभी प्रत्याशी को दी जाती है।
ईवीएम की सूची से मिलान
जौनपुर में भी इस मामले के तूल पकड़ने पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर ट्रक में रखी गई सभी ईवीएम का सपा प्रत्याशी को मुहैया कराई रिजर्व ईवीएम की सूची से मिलान कराया। इसके बाद सभी सपा कार्यकर्ता संतुष्ट हुए। इससे पहले कांग्रेस और सपा ने इस मुद्दे पर तूल किया था। साथ ही गड़बड़ी का आरोप लगाया था।