नई दिल्ली: देश में इस वक्त चुनाव की सरगर्मी है। 19 अप्रैल से लेकर 1 जून तक सात चरणों में लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं। तीन चरणों के लिए मतदान हो चुका है जबकि चौथे चरण का मतदान सोमवार को हो रहा है। पांचवें चरण के नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
इस बीच, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने पांचवें चरण में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया है। इस चरण में कुल 695 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनके शपथपत्रों का विश्लेषण किया गया है। एडीआर ने सोमवार को जारी किए एक विश्लेषण में बताया है कि पहले चरण में 695 उम्मीदवारों से 159 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं 227 उम्मीदवार करोड़पति हैं। आइये जानते हैं कि एडीआर की रिपोर्ट में क्या-क्या है?
23 प्रतिशत उम्मीदवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि
695 में से 159 (23 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 122 (16 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
तीन उम्मीदवारों ने अपने ऊपर दोषसिद्ध मामले घोषित किए हैं। चार उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से जबकि 28 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास (आईपीसी-307) से जुड़े मामले घोषित किए हैं। महिलाओं के ऊपर अत्याचार से जुड़े मामले घोषित करने वाले उम्मीदवार 29 हैं। इन 29 में से एक उम्मीदवार के ऊपर दुष्कर्म (आईपीसी-376) से जुड़ा मामला दर्ज है। इसके अलावा, भड़काऊ भाषण से जुड़े मामले घोषित करने वाले कुल 10 उम्मीदवार हैं।
दलवार आंकड़े क्या हैं?
पांचवें चरण में सपा के सभी 10 में से पांच उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। वहीं, शिवसेना के छह में से तीन, एआईएमआईएम के चार में से दो, भाजपा के 40 में से 19, कांग्रेस के 18 में से आठ, टीएमसी के सात में से तीन, शिवसेना (यूबीटी) के आठ में से तीन और राजद के पांच में से एक उम्मीदवार के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पार्टी कुल उम्मीदवार-- गंभीर आपराधिक मामले वाले उम्मीदवार
भाजपा 40------------- ---12
कांग्रेस 18 -----------------7
सपा 10 ------------------4
शिवसेना (यूबीटी) 8------ 1
टीएमसी 7 ----------------2
शिवसेना 6 ---------------2
एआईएमआईएम 4-------- 2
राजद 4 --------------------1
उम्मीदवारों की संपत्ति का लेखा-जोखा
695 में से 33 प्रतिशत यानी 227 उम्मीदवार करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा भाजपा के 36 उम्मीदवार करोड़पति हैं। एआईएमआईएम के चार में से दो उम्मीदवार करोड़पति हैं। चुनावी हलफनामों में इन प्रत्याशियों ने एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है। लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण में हर उम्मीदवार के पास औसतन 3.56 करोड़ की संपत्ति है। दलवार आंकड़ों पर गौर करें तो एनसीपी (शरद गुट) के दो उम्मीदवारों की सबसे ज्यादा औसतन संपत्ति 54.64 करोड़ की संपत्ति है।
संपत्ति (रुपये में) उम्मीदवार
5 करोड़ और उससे अधिक 86
2 करोड़ से 5 करोड़ 73
50 लाख से 2 करोड़ 162
10 लाख से 50 लाख 175
10 लाख से कम 199
सबसे अमीर प्रत्याशी
पांचवें चरण में सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले उम्मीदवार अनुराग शर्मा हैं। उत्तर प्रदेश के झांसी से भाजपा प्रत्याशी ने कुल 212 करोड़ की संपत्ति घोषित की है। इस मामले में दूसरे स्थान पर निर्दलीय नीलेश भगवान सांभरे हैं। महाराष्ट्र की भिवंडी सीट से चुनाव लड़ रहे सांभरे ने अपने हलफनामे में 116 करोड़ की दौलत बताई है। तीसरे सबसे धनी प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी पीयूष गोयल हैं। महाराष्ट्र की मुंबई उत्तर सीट से चुनाव लड़ रहे गोयल की संपत्ति 110 करोड़ की है।
उधर एक उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है। वहीं तीन उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति क्रमश 67 रुपये, 700 रुपये और 5427 रुपये बताई है।
42% उम्मीदवारों की पढ़ाई 5वीं और 12वीं के बीच
तमाम उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता की बात करें तो 293 (42 प्रतिशत) उम्मीदवार 5वीं और 12वीं के बीच पढ़ाई किए हुए हैं। 349 (50 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा बताई है। 26 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं। 20 उम्मीदवार साक्षर जबकि पांच उम्मीदवार असाक्षर भी हैं।
उम्मीदवारों की आयु के आंकड़े देखें तो 207 (30 प्रतिशत) उम्मीदवार 25 से 40 वर्ष के बीच के हैं। 384 (55 प्रतिशत) प्रत्याशी 41 से 60 वर्ष के बीच हैं। 103 (15 प्रतिशत) उम्मीदवारों की आयु 61 से 80 वर्ष है। एक प्रत्याशी ने अपनी आयु 82 वर्ष बताई है। पांचवें चरण के चुनाव में महिला प्रतिनिधित्व देखें तो इसमें 695 में से 82 यानी महज 12 प्रतिशत महिला उम्मीदवार हैं।