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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो):'इंडिया' गठबंधन के 146 सांसदों के निलंबन के फैसले के खिलाफ विपक्षी दलों ने आज शुक्रवार 22 दिसंबर को जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने संसद की सुरक्षा में चूक और वीडियो शूट जैसे मुद्दों पर भी केंद्र को घेरा। उन्होंने कहा, जब संसद में घुसपैठ हुई, बीजेपी सांसद भाग खड़े हुए।

ये लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच: राहुल

राहुल गांधी ने संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे। राहुल ने पूछा, संसद की सुरक्षा में चूक कैसे हुई, ये युवा संसद के अंदर कैसे आए? संसद के अंदर गैस स्प्रे कैसे लाए, अगर ये गैस स्प्रे ला सकते हैं, तो संसद में कुछ भी ला सकते हैं? राहुल ने कहा, सवाल ये भी है कि इन युवाओं ने संसद में घुसपैठ क्यों की? उन्होंने कहा, उसकी वजह है बेरोजगारी। आज देश के युवा को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। देश में भयंकर बेरोजगारी है। कांग्रेस सांसद ने कहा, हम सब विपक्ष के नेता और विपक्ष के कार्यकर्ता एक साथ खड़े हैं। ये लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच की लड़ाई है।

राहुल गांधी ने कहा,  नफरत के बाजार में हम मोहब्बत की दुकान खोल रहे हैं। जितनी आप नफरत फैलाओगे... उतना 'इंडिया' गठबंधन मोहब्बत फैलाएगा।

राहुल ने कहा, ''मैंने एक सर्वे करने वाले से कहा कि एक काम करो कि एक सर्वे करो... किसी भी शहर में चले जाओ और पता लगाओ कि हमारे युवा हैं जो हिंदुस्तान के युवा हैं, जिन्होंने सेलफोन पकड़ रखा है, दिन में कितने घंटे सोशल मीडिया पर रहते हैं। मैंने छोटी सी सर्वे कराई। मैं हैरान हो गया। साढ़े 7 घंटे युवा फेसबुक पर, इंस्टाग्राम पर, ट्विटर पर यानि अपने फोन पर लगे रहते हैं। मोदी की सरकार में साढ़े 7 घंटे युवा फोन पर बैठा है। क्योंकि मोदी जी ने उसको रोजगार नहीं दिया। रोजगार उससे छीन लिया। ये है हिंदुस्तान की हालत है। इसलिए ये युवा थे, जिन्होंने सुरक्षा में सेंध जरूर की, लेकिन वे बेरोजगार हैं, इसकी भी वजह आप हैं, तभी वे कूद कर संसद में आए।''

वीडियो बनाने के मुद्दे पर क्या बोले राहुल?

मीडिया में ये बात नहीं आई कि देश में बेरोजगारी है। मीडिया कहती है कि संसद के बाहर जो बैठे सांसद थे, राहुल ने वहां पर वीडियो ले लिया। मतलब इन्होंने ये नहीं कहा कि 150 सांसदों को बाहर खड़ा कर दिया। क्यों किया, कैसे कर दिया। ये मीडिया ने नहीं पूछा? हमने पूछा कि आप गृह मंत्री हो, ये युवा संसद में कैसे आ गए, बेरोजगारी पर दो सवाल किए, तो हमें बाहर कर दिया।

संवै​धानिक पद पर बैठे कर जाति की बात करना दुर्भाग्यपूर्ण: खड़गे

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, संविधान के उच्च पद पर बैठने वाले लोग कहते हैं कि मेरी जाति के कारण मेरा अपमान किया जा रहा है। अगर आपकी हालत यही है तो मेरे जैसे दलित की हालत क्या होगी? मैं जब सदन में बात करने के लिए उठता था, तो उस समय मुझे बोलने का मौका नहीं दिया जाता था। तो मैं क्या कहूं कि ये भाजपा के लोग, भाजपा की सरकार एक दलित को बोलने नहीं दे रही है? क्या मैं ऐसा कहूं? उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे लोगा का जाति की बात करना दुर्भाग्यपूर्ण है। जो अधिकार हमें नेहरू, गांधी और बाबा साहेब अंबेड़कर ने हमें दिया है। वह अधिकार आप बिना भेदभाव के संविधान के मुताबिक लोगों को दिलाएं।

इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने विपक्ष के विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा, मोदी सरकार का अहंकार तोड़ने का समय आ चुका है। अगर मोदी सरकार को लगता है कि सांसदों को निलंबित करके हमें डरा या झुका सकते हैं, लेकिन 'इंडिया' गठबंधन न डरा है-न झुका है, हम लड़ाई के लिए तैयार हैं। क्योंकि लड़ाई हमारे खून, डीएनए और इतिहास में है।

वहीं, कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा, अगर देश की संसद में लोगों की आवाज उठाने की इजाजत नहीं है तो संसद की आवश्यकता क्या है? मोदी सरकार देश के संविधान का गला घोंट रही है. आज भारत का प्रजातंत्र खतरे में है। ऐसे में 'इंडिया' गठबंधन चुप नहीं रहेगा, हम आखिरी सांस तक देश की जनता के लिए लड़ेंगे।

इस विरोध प्रदर्शन में 'इं​डिया' गठबंधन के लगभग सभी घटक दलों के नेताओं शिरकत की। मंच पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार, सीपीएम के सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी. राजा समेत कई अन्य घटक दलों के नेताओं ने जनसभा को संबोधित किया।

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