नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर जारी हंगामे को लेकर दो और सांसदों पर गाज गिरी है। बुधवार (20 दिसंबर) को सदन की अवमानना के मामले में स्पीकर ने दो विपक्षी सदस्यों सी थॉमस और ए एम आरिफ को संसद सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया। अब तक लोकसभा और राज्यसभा के 143 सांसदों को निलंबित किया जा चुका हैै।
इससे पहले संसद के शीतकालीन सत्र में आज बुधवार (20 दिसंबर) को दोनों सदनों में सांसदों के निलंबन को लेकर आज भी हंगामा जारी रहा। लोकसभा में हो रहे हंगामे को देखते हुए इसे दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। इसी तरह से राज्यसभा को भी तीन बार स्थगन के बाद 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया है।
संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विपक्षी सांसदों का प्रदर्शन
संसद के शीतकालीन सत्र के लिए 141 सांसदों को निलंबित किए जाने को लेकर विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने 'लोकतंत्र बचाओ' के नारे लगाए।
संसद की सुरक्षा में 13 दिसंबर को हुई चूक को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है। संसद की सुरक्षा में पिछले हफ्ते हुई चूक का मामले पर विपक्ष की मांग है कि सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोनों को आकर बयान देना चाहिए। सांसदों के निलंबन के बाद तो विवाद और भी ज्यादा बढ़ गया है।
'दमनकारी' विधेयकों को चर्चा के बिना पारित किया जा रहा: कांग्रेस
कांग्रेस ने लोकसभा से विपक्ष के और 49 सदस्यों के निलंबन को लेकर सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ‘दमनकारी’ विधेयकों को चर्चा के बिना पारित कराने के लिए सदन से विपक्ष का सफाया किया जा रहा है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि निरंकुश बीजेपी इस देश में लोकतंत्र को ध्वस्त करना चाहती है।
लोकसभा में आकर बयान दें गृह मंत्री: कांग्रेस व्हिप
141 सांसदों के निलंबन पर लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के मुख्य व्हिप के सुरेश ने कहा है कि यह सरकार विपक्षी सदस्यों पर काले कानून थोप रही है। हम कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं। हमारी मांग जायज है कि सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर लोकसभा में आकर गृह मंत्री को बयान देना चाहिए।
सांसदों के निलंबन पर एनसीपी का प्रदर्शन
महाराष्ट्र के पुणे में एनसीपी-शरद पवार गुट के कार्यकर्ताओं ने शीतकालीन सत्र के लिए 141 विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
संसद की सुरक्षा में 13 दिसंबर को हुई चूक को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा हुआ है। इस मुद्दे पर मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। संसद के दोनों सदनों से विपक्षी सांसदों को भी निलंबित किया गया है। इस मुद्दे पर भी विपक्ष खासा नाराज़ है। मंगलवार (19 दिसंबर) को विपक्षी सांसदों ने जमकर नारेबाजी और सांसदों के निलंबन को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर भी नारेबाजी की।
संसद में चल रहे हंगामे के बीच सुप्रिया सुले, दानिश अली, मनीष तिवारी, शशि थरूर समेत विपक्ष के 49 लोकसभा सांसदों को शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया। इस तरह संसद से अब तक 141 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड किया जा चुका है। शीतकालीन सत्र की शुरुआत 4 दिसंबर से हुई। इस दौरान पिछले गुरुवार 14 सांसद, सोमवार को 78 और मंगलवार को 49 सांसदों को सस्पेंड किया गया। वर्तमान शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर को खत्म होने वाला है।
देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बीजेपी पर लोकतांत्रिक नियमों को तोड़ने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि सांसदों के निलंबन के जरिए बीजेपी आराम से महत्वपूर्ण विधेयकों को बिना किसी रोकटोक पास करवा रही है। कांग्रेस ने कहा कि सांसदों को निलंबित करके निरंकुश मोदी सरकार के जरिए लोकतांत्रिक मानदंडों को कूड़ेदान में फेंक दिया जा रहा है। लोकसभा और राज्यसभा को हंगामे के बाद मंगलवार को स्थगित कर दिया गया।