नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अगले महीने गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने के लिए भारत यात्रा पर नहीं आएंगे और नयी दिल्ली क्वाड सम्मेलन को अगले साल बाद में आयोजित कराने पर विचार कर रही है। इस मामले से जुड़े अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। भारत की क्वाड सम्मेलन को पहले जनवरी में कराने की योजना थी। भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने सितंबर में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडन को अगले साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है।
माना जाता है कि वाशिंगटन ने नई दिल्ली को बता दिया है कि राष्ट्रपति बाइडन गणतंत्र दिवस समारोह के लिए भारत की यात्रा नहीं कर पाएंगे। माना जाता है कि इस निर्णय के कारणों में जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में ‘स्टेट ऑफ द यूनियन' संबोधन, बाइडन का फिर से राष्ट्रपति चुनाव लड़ने पर ध्यान देना और हमास-इज़राइल संघर्ष पर वाशिंगटन की बढ़ती तवज्जो शामिल है।
सूत्रों ने बताया कि क्वाड का शिखर सम्मेलन जनवरी में भारत में नहीं होगा और इसे 2024 में बाद में भारत में कराने का प्रस्ताव दिया गया है।
उम्मीद की जा रही थी कि अगर बाइडन भारत का निमंत्रण स्वीकार कर लेते तो शिखर सम्मेलन 27 जनवरी को होता।
एक सूत्र ने कहा, “भारत में क्वाड शिखर सम्मेलन 2024 में बाद में आयोजित किए जाने का प्रस्ताव है। हम संशोधित तिथियों पर गौर कर रहे हैं, क्योंकि वर्तमान में जिन तारीखों पर विचार किया जा रहा है, वो सभी क्वाड साझेदारों के लिये सुविधाजनक नहीं हैं।”
‘चतुष्पक्षीय' गठबंधन (क्वाड) में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
पिछले कुछ महीनों में अमेरिक के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भारत यात्रा की है।
पिछले महीने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने 'टू प्लस टू' मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए भारत का दौरा किया था।
अमेरिकी प्रधान उप एनएसए जोनाथन फाइनर ने पिछले सप्ताह भारत का दौरा किया और वर्तमान में, एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे दिल्ली की यात्रा पर हैं।
क्वाड शिखर सम्मेलन पर सूत्रों ने कहा कि भारत नई तारीखों पर विचार कर रहा है।
पिछला क्वाड शिखर सम्मेलन 20 मई को जी7 शिखर सम्मेलन के इतर हिरोशिमा में हुआ था।
क्वाड शिखर सम्मेलन मूल रूप से 24 मई को सिडनी में होने वाला था।