नर्ई दिल्ली: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों से इनकम टैक्स की रेड के दौरान 200 करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद की गई है। इस मामले पर कांग्रेस ने अब धीरज साहू के बिजनेस से किसी भी तरह का लेन-देन होने से इंकार कर दिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने 'एक्स' पर लिखा, 'सिर्फ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए। यह भी बताना चाहिए कि कैसे आयकर अधिकारियों की ओर से कथित तौर पर उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया जा रहा है।'
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने मांगी पूरे मामले पर रिपोर्ट
इस मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड कांग्रेस से रिपोर्ट भी तलब की है। इस मामले के बाद कांग्रेस पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आ रही है। जयराम रमेश के बयान के बाद अब कांग्रेस इस पूरे प्रकरण से अपने को बचाने की कोशिश में जुट गई है। साहू के ओडिशा और झारखंड में कई ठिकानों पर आयकर विभाग की ओर से लगातार छापेमारी जारी है।
अधिकारियों के मुताबिक लगातार तीन दिनों तक चली रेड में उनके ठिकानों से करीब 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश बरामद हो चुका है। इस कैश का कोई हिसाब-किताब आईटी विभाग के अधिकारियों को नहीं मिला है।
अलमारियों और बैग्स में भरे पड़े थे नोटों के बंडल
वहीं, इतनी भारी रकम बरामद होने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कथित वीडियो में देखा जा सकता है कि अलमारियों में नोटों के बंडल रखे हैं। अलमारियां नोटों के बंडलों से भरी पड़ी हैं। नीचे रखे बैग्स भी नोटों से भरे पड़े नजर आ रहे हैं।
राज्यसभा चुनाव हलफनामे में घोषित की थी इतनी संपत्ति
धीरज साहू की बात करें तो झारखंड के लोहरदगा के रहने वाले बिजनेसमैन ने 2018 के राज्यसभा चुनाव हलफनामे में कुल 34.83 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी। उन्होंने 2.04 करोड़ रुपये की चल संपत्ति बताई और रेंज रोवर, फॉर्च्यूनर, बीएमडब्ल्यू और पजेरो सहित लक्जरी कारों को लिस्टेड किया था। वह 3 बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं और उर्जा मंत्रालय और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं। उन्होंने 1977 में पॉलिटिक्स ज्वाइन की थी।
'पीएम मोदी के ट्वीट के बाद बीजेपी के निशाने पर आई कांग्रेस'
इस बीच देखा जाए तो इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भी सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा था जिसके बाद आईटी छापे को लेकर कांग्रेस पार्टी, बीजेपी के सीधे निशाने पर आ गई। पीएम मोदी ने कहा था कि देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के 'भाषणों' को सुनें..., जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह 'मोदी की गारंटी' है।