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नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्र और राज्यों के बीच निकट सहयोग की चकालत करते हुए आज कहा कि इसके बिना विकास परियोजनाएं प्रभावित होंगी। अंतर-राज्यीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि राजग सरकार का मुख्य ध्यान संघवाद अथवा प्रतिस्पर्धी संघवाद के जरिए सहयोगात्मक संघवाद को बढ़ावा देने पर है। उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि केंद्र और राज्य निकट एवं सक्रिय सहयोग तथा समन्वय के माध्यम से विकास से संबंधित नीतियां तय करें और उनको लागू करें।’ गृह मंत्री ने कहा, ‘अगर राज्यों के बीच तथा केंद्र एवं राज्यों के बीच विचारों की भिन्नता होगी तो यह काफी स्वाभाविक है कि विकास की परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर विपरीत असर होगा।’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की मजबूती के साथ यह मानना है कि देश के विकास में केंद्र और राज्य सरकारों दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सिंह ने कहा, ‘इस कारण केंद्र सरकार ने 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार राज्यों को धन का आवंटन बढ़ाया है।’ उन्होंने कहा कि नीति आयोग की स्थापना के साथ पूर्व योजनाओं के साथ जुड़ी कमियों को दूर कया है। गृह मंत्री ने कहा, ‘अब हर राज्य नीति बना सकता है और योजनाओं को जरूरतों के मुताबिक लागू कर सकता है।’

सिंह ने कहा कि परिषद की बैठक 10 साल के बाद हो रही है और यह केंद्र सरकार की ‘सबका साथ, सबका विकास’ की बात को प्रदर्शित करता है।

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